Edited By ,Updated: 21 Mar, 2017 10:30 AM
दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है।
नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस ने जेएनयू के लापता छात्र नजीब अहमद के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस ने हाईकोर्ट को सौंपे दस्तावेजों में बताया है कि नजीब गूगल और यूट्यूब पर दुनिया के खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के बारे में जानकारियां सर्च किया करता था। वह आईएस की विचारधारा, कार्यशैली और नेटवर्क के बारे में जानना चाहता था। रिपाेर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने नजीब अहमद के कमरे से लैपटॉप बरामद किया था, जिसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री से पता चला कि वह आईएसआईएस से संबंधी जानकारियां जुटाता था। उसने आईएस से संबंधित कई वीडियो यूट्यूब पर देखे थे। वह जानना चाहता था कि कैसे आतंकी संगठन आईएस को ज्वाइन किया जाता है।
27 मार्च तक कोर्ट का फैसला सुरक्षित
दिल्ली पुलिस ने यह भी दावा किया है कि 14 अक्टूबर की रात नजीब अहमद अपने कमरे में एक आईएसआईएस नेता स्पीच सुन रहा था। उसी वक्त ABVP के सदस्यों ने उसका दरवाजा खटखटाया था। उसके अगले दिन ही नजीब जेएनयू से लापता हो गया था। उसी दिन कैंपस में लगे सीसीटीवी फुटेज में नजीब एक ऑटो रिक्शा से कहीं बाहर जाता दिखाई देता है। वहीं, लाई डिटेक्टर टेस्ट मामले में दिल्ली की एक कोर्ट ने 27 मार्च तक के लिए अपना फैसला सुरक्षित कर लिया है। दिल्ली पुलिस ने 23 जनवरी को जारी नोटिस में दावा किया था कि नजीब के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए आरोपी छात्रों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराना जरूरी है। आरोपी छात्रों ने यह टेस्ट करवाने से इंकार किया और वो इस मामले को अदालत में ले गए। आरोपी छात्रों के वकील ने बिना सहमति के होने वाले लाई डिटेक्टर टेस्ट को गैरकानूनी बताया था।