Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Feb, 2018 11:42 AM
अब पीरियड्स के दौरान रेल में सफर करने वाली महिलाओं को परेशानी का सामना करना नहीं पड़ेगा। रेलवे इसे लेकर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। दरअसल देश के 200 बड़े स्टेशनों पर रेल यात्रियों और कर्मचारियों को पर्यावरण अनुकूल व सस्ती सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराई...
नेशनल डेस्क: अब पीरियड्स के दौरान रेल में सफर करने वाली महिलाओं को परेशानी का सामना करना नहीं पड़ेगा। रेलवे इसे लेकर बड़ा कदम उठाने जा रहा है। दरअसल देश के 200 बड़े स्टेशनों पर रेल यात्रियों और कर्मचारियों को पर्यावरण अनुकूल व सस्ती सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए स्टेशनों और रेल परिसरों में सेनेटरी नैपकिन डिस्पेंसर मशीन लगाने की भी योजना है।
रेलवे महिला कल्याण केंद्रीय संगठन दिल्ली में 'दस्तक' नाम से इस तरह की सस्ती सेनेटरी नैपकिन तैयार कर रही है। आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ ने एक जनवरी से सरोजनी नगर स्थित रेलवे कॉलोनी में एक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाई है। यहां रोज 400 सेनेटरी नैपकिन तैयार किए जा रहे हैं। 6 पैड वाले एक पैकेट की कीमत करीब 22 रुपए होगी इस यूनिट में पांच महिलाओं को रोजगार मिला है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे संगठन द्वारा शुरू की गई इस यूनिट का दौरा किया। उन्होंने इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि रेलवे को इस तरह के सामाजिक कार्यो को बढ़ावा देना चाहिए।रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने कहा कि नई दिल्ली एवं भोपाल रेलवे स्टेशन, उत्तर रेलवे के मुख्यालय बड़ौदा हाउस तथा अन्य रेल परिसरों में सेनेटरी नैपकिन डिस्पेंसर लगा दिए गए हैं। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस तक महिला रेल कर्मचारियों, यात्रियों एवं कमजोर वर्ग की महिलाओं के लाभ के लिए लगभग 200 बड़े एवं मार्गस्थ रेलवे स्टेशनों तथा रेलवे परिसरों को इस योजना द्वारा कवर करने का प्रयास किया जा रहा है।