Edited By ,Updated: 12 Jan, 2015 12:19 AM
फिरोजपुर से फाजिल्का तक चलती 3-4 डिब्बों वाली छोटी ट्रेन अब तक कई लोगों की जान ले चुकी है और डिब्बे कम होने तथा यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के कारण ...
फिरोजपुर (कुमार): फिरोजपुर से फाजिल्का तक चलती 3-4 डिब्बों वाली छोटी ट्रेन अब तक कई लोगों की जान ले चुकी है और डिब्बे कम होने तथा यात्रियों की संख्या ज्यादा होने के कारण इस रेलगाड़ी से गिरकर कई लोग अपाहिज हो चुके हैं, मगर आज तक केंद्रीय या फिरोजपुर रेल विभाग के अधिकारियों ने लोगों की इस समस्या और मांग की ओर गंभीरता से कभी ध्यान नहीं दिया जिस कारण लोगों में रेल विभाग फिरोजपुर के प्रति रोष बढ़ता चला जा रहा है।
फिरोजपुर वैल्फेयर कमेटी के पदाधिकारी अरुण शर्मा, डेली फिरोजपुर-फाजिल्का पैसेंजर एसोसिएशन के पदाधिकारी जिम्मी मनचंदा और अलग-अलग गांवों में शहरों के निवासी सोमां शर्मा, संजीव मित्तल आदि ने बताया कि फिरोजपुर-फाजिल्का रेलगाड़ी पर रोजाना यात्रियों की भारी भीड़ होती है, मगर डिब्बे 3-4 होने के कारण रोजाना यात्री खिड़कियों के साथ लटक कर और रेल डिब्बों की छतों पर बैठ कर सफर करते हैं जिससे रेलगाड़ी में भीड़ होने के कारण अब तक कई यात्री गिर कर अपनी जान से हाथ धो चुके हैं और कई अपाहिज हो गए हैं।
उन्होंने बताया कि लम्बे समय से लोग डी.आर.एम. फिरोजपुर से इस रेलगाड़ी के डिब्बे बढ़ाने की मांग कर चुके हैं मगर आज तक लोगों की इस मांग पर डी.आर.एम. फिरोजपुर ने कुछ नहीं किया और आज भी यात्री सर्दी के मौसम में रेलगाड़ी के डिब्बों की छतों पर बैठ कर और खिड़की के साथ लटक कर सफर कर रहे हैं।
अलग-अलग संगठनों के पदाधिकारियों और आम लोगों ने चेतावनी देते कहा कि अगर 7 दिन के अंदर-अंदर फिरोजपुर-फाजिल्का रेलगाड़ी के साथ और जरूरत के अनुसार डिब्बे नहीं लगाए गए और यात्रियों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो लोग डी.आर.एम. दफ्तर का घेराव करने और पक्के तौर पर धरना देने के लिए मजबूर होंगे।