Edited By ,Updated: 27 Apr, 2015 04:59 AM
पड़ोसी देश पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक हिन्दू जो गत लंबे समय से पाक सरकार और वहां ...
अमृतसर (कक्कड़): पड़ोसी देश पाकिस्तान में रहने वाले अल्पसंख्यक हिन्दू जो गत लंबे समय से पाक सरकार और वहां के आतंकवादी संगठनों की हैवानियत के कारण भारी दबाव में जिंदगी जी रहे हैं और अपने परिवारों को वहां सुरक्षित नहीं मानते हैं, क्योंकि हर दिन किसी न किसी नाबालिग हिन्दू लड़की का अपहरण होता है।
सूत्रों के अनुसार पाक के सूबा सिंध के विभिन्न छोटे-बड़े शहरों में रहने वाले अधिकतर हिन्दू किसी भी स्थिति में पाक में रहना नहीं चाहते हैं। पाक में कई कट्टरवादी आतंकी संगठनों की धमकियों के कारण उनके आदेश का पालन करने हेतु मजबूर होना पड़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार पाक में रहने वाले हिन्दुओं के बच्चे वहां शिक्षा प्राप्त करने में भी असमर्थ हैं क्योंकि स्कूल जाती हिन्दू बालिग-नाबालिग लड़कियों को रास्ते से ही उठा लिया जाता है और उनका जबरन धर्म परिवर्तन कर उनका मुस्लिम युवकों के साथ निकाह कर मुस्लिम बना दिया जाता है। यदि कोई विरोध करता है तो वह भी आतंकियों का शिकार बन जाता है।
प्राप्त सूत्रों से पता चला है कि अब तक पाक के विभिन्न इलाकों से हजारों की संख्या में हिन्दू लड़कियों का अपहरण किया गया है जिनमें अनेक लड़कियां अभी तक लापता हैं और शेष आतंकवादियों की हैवानियत और मुस्लिम कट्टरवाद का शिकार होकर मुस्लिम बन चुकी हैं।
सूत्रों से पता चला है कि पाक में जिन पीड़ित हिन्दू परिवारों ने इस संदर्भ में अदालतों में केस किए हैं, उनमें ज्यादातर असफल साबित हो रहे हैं, क्योंकि विरोधी पक्ष इस तरह के सबूत अदालत में पेश कर देते हैं कि हिन्दू पक्ष की सुनवाई न करने के लिए विवश होकर मोहर लगाने के लिए अदालत को भी मजबूर होना पड़ता है।
सूत्रों के अनुसार सरहद पार के अल्पसंख्यक हिन्दू वहां नर्क का जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हैं और कई परिवार ऐसे भी हैं, जो कहते हैं कि ऐसी जिंदगी से तो मौत अच्छी है।
यह भी पता चला है कि पाक के अनेक आतंकी संगठन पाक सरकार पर इस मामले में दबाव बनाए हुए हैं कि उनके किसी भी कार्य में हस्तक्षेप न किया जाए और उसी दबाव के अंतर्गत वहां के पुलिस थानों में हिन्दू समुदाय की किसी भी तरह की किसी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती, क्योंकि वहां पाक सरकार काम कम करती है व आतंकी संगठनों के नादरशाही फरमान ज्यादा काम करते हैं।