Edited By ,Updated: 09 Nov, 2024 05:03 AM
समय-समय पर भारत को दहलाने के लिए हथियारों, युवाओं का स्वास्थ्य नष्टï करने के लिए नशों तथा अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंचाने के लिए जाली करंसी की तस्करी में पाकिस्तान सरकार और उसकी विभिन्न एजैंसियों की भागीदारी के प्रमाण सामने आते रहते हैं। 2018-19 से...
समय-समय पर भारत को दहलाने के लिए हथियारों, युवाओं का स्वास्थ्य नष्टï करने के लिए नशों तथा अर्थव्यवस्था को क्षति पहुंचाने के लिए जाली करंसी की तस्करी में पाकिस्तान सरकार और उसकी विभिन्न एजैंसियों की भागीदारी के प्रमाण सामने आते रहते हैं। 2018-19 से पाकिस्तान ने भारत में तस्करी के लिए एक नए हथियार ‘ड्रोन’ का इस्तेमाल शुरू किया है जिसमें पिछले 2 वर्षों के दौरान अत्यधिक वृद्धि हो गई है। अधिकांश ड्रोन चीन निर्मित हैं। इनमें से अधिकांश ‘ड्रोन’ ‘माविक’ सीरीज के 75 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उडऩे वाले 1 किलो से भी कम वजनी हैं। ये 6000 मीटर ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं और 40 मिनट तक उड़ सकते हैं। सस्ते होने के कारण तस्कर ‘बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स’ (बी.एस.एफ.) द्वारा ड्रोनों को गिरा दिए जाने से होने वाले आॢथक नुकसान की भी परवाह नहीं करते।
प्रति सप्ताह सीमा पार से घुसपैठ करने वाले औसतन 4-5 ‘ड्रोनों’ की बरामदगी हो रही है। इस वर्ष अक्तूबर तक मात्र 10 महीनों में ही पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ करने वाले हैरोइन, हथियारों, कारतूसों आदि के साथ 183 से अधिक ‘ड्रोन’ बरामद किए जा चुके हैं जिनमें से कुछ ड्रोनों में ‘इल्यूमिनेटिंग स्ट्रिप’ (रौशनी करने वाली पट्टी) लगी हुई थीं। ‘ड्रोनों’ की घुसपैठ में भारी वृद्धि इसी से स्पष्टï है कि 2023 के पूरे वर्ष में केवल 103 ड्रोन ही पकड़े गए थे, मगर इस वर्ष अकेले अक्तूबर के महीने में ही 27 ड्रोन गिराए गए हैं जबकि पिछले एक सप्ताह में बी.एस.एफ. द्वारा कम से कम 10 ड्रोन गिराए जा चुके हैं। ऐसे हालात के बीच पंजाब के राज्यपाल श्री गुलाब चंद कटारिया ने सीमावर्ती गांवों के दौरे के दौरान ‘लोपोके’ विधानसभा क्षेत्र के गांव ‘कक्कड़’ में गांवों के पंचों, सरपंचों व अन्य गण्यमान्यों को संबोधित करते हुए सीमा पर सी.सी.टी.वी. कैमरे और ‘एंटी ड्रोन सिस्टम’ लगाने की घोषणा की है।
श्री कटरिया ने कहा,‘‘सीमा पर रहने वाले आप लोग देश के आखिरी गांव नहीं हैं बल्कि देश की रक्षा करने वाली ढाल हैं। अत: केंद्र और राज्य सरकार के साथ मिल कर आपकी समस्याओं को दूर किया जाएगा।’’ उन्होंने अधिकारियों को महीने में एक बार इन गांवों की समितियों के साथ बैठक कर ग्राम स्तरीय मुद्दों का समाधान करने के निर्देश भी दिए। श्री कटारिया ने कहा कि सीमा पर कंटीली तारों से पार की जमीनों पर खेती करने में समस्याएं आ रही हैं, जिन्हें मैं सुलझाने का प्रयास करूंगा।
जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा भारत विरोधी गतिविधियों के लिए ‘ड्रोनों’ के इस्तेमाल में लगातार वृद्धि किए जाने के दृष्टिïगत ‘ड्रोनों’ को नाकारा करने के लिए हाई पावर लेज़र तकनीक से लैस ‘काऊंटर ड्रोन सिस्टम’ (डी-4 सिस्टम) के अलावा अन्य बेहतर तकनीक एवं उपकरण जल्द से जल्द प्राप्त करने की भी जरूरत है।
अत: सरकार को इस विषय में तुरंत विचार करके सीमा पर सी.सी.टी.वी. कैमरे तथा एंटी ड्रोन सिस्टम शीघ्र स्थापित करने की दिशा में कदम उठाना चाहिए ताकि पाकिस्तान द्वारा ड्रोनों की सहायता से भारत में तबाही का सामान भेजने के प्रयासों पर लगाम लगाई जा सके।—विजय कुमार