Edited By ,Updated: 22 Oct, 2024 05:08 AM
23 सितम्बर, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी सम्बन्धी एक केस में फैसला सुनाते हए कहा है कि ‘‘ऐसी फिल्में व्यक्तिगत मनोरंजन का हिस्सा नहीं हो सकतीं क्योंकि ऐसे घिनौने कृत्य को मनोरंजन का माध्यम नहीं बनाया जा सकता और यदि ऐसा होता है तो यह...
23 सितम्बर, 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने चाइल्ड पोर्नोग्राफी सम्बन्धी एक केस में फैसला सुनाते हए कहा है कि ‘‘ऐसी फिल्में व्यक्तिगत मनोरंजन का हिस्सा नहीं हो सकतीं क्योंकि ऐसे घिनौने कृत्य को मनोरंजन का माध्यम नहीं बनाया जा सकता और यदि ऐसा होता है तो यह किसी भी समाज का निम्नतम पतन होगा।’’
बालीवुड फिल्मों और टी.वी. सीरियल निर्माताओं एकता कपूर और उनकी मां शोभा कपूर के विरुद्ध मुम्बई पुलिस में एक व्यक्ति ने ‘यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम’ (पोक्सो एक्ट) के अंतर्गत शिकायत दर्ज करवाई है। इस अधिनियम के अंतर्गत बच्चोंं से सम्बन्धित अश्लील फिल्में रखना या किसी के साथ सांझा करना आपराधिक कृत्य करार दिया गया है।
शिकायत में कहा गया है कि फरवरी, 2021 से अप्रैल, 2021 के बीच ‘आल्ट बालाजी’ पर स्ट्रीम हुई सीरीज ‘गंदी बात’ में नाबालिग लड़कियों के आपत्तिजनक, अश्लील और अनुचित दृश्य फिल्माए गए हैं। इस पूरे मामले में एकता कपूर तथा शोभा कपूर की ओर से कोई आधिकारिक उत्तर नहीं आया है।
सर्वविदित है कि फिल्में और टी.वी. कार्यक्रमों का दर्शकों पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। ऐसे कितने ही उदाहरण सामने आ चुके, हैं जिनमें फिल्मों से प्रेरित होकर लोगों ने अपराध कर डाले। अभी गत 24 जुलाई, 2024 को ही मध्य प्रदेश के ‘रीवा’ में एक 14 वर्षीय नाबालिग भाई ने मोबाइल पर पोर्न फिल्म देख कर अपनी 9 वर्षीय बहन से बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी।
अत: फिल्मों एवं टैलीविजन कार्यक्रमों के निर्माताओं को अपने कार्यक्रमों की कहानी चुनते समय पूरी सावधानी बरतनी चाहिए ताकि ऐसे विवाद पैदा न हों। -विजय कुमार