Edited By ,Updated: 26 Sep, 2024 05:27 AM
नशा तस्करी का धंधा लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके लिए नशा तस्कर हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं ताकि पकड़े न जा सकें। यहां तक कि सुरक्षा बलों के वाहनों तथा एम्बुलैंसों तक का इस्तेमाल नशा तस्करी के लिए किया जा रहा है। इसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में...
नशा तस्करी का धंधा लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके लिए नशा तस्कर हर तरह के हथकंडे अपना रहे हैं ताकि पकड़े न जा सकें। यहां तक कि सुरक्षा बलों के वाहनों तथा एम्बुलैंसों तक का इस्तेमाल नशा तस्करी के लिए किया जा रहा है। इसके चंद ताजा उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 3 जनवरी, 2024 को नीमच (मध्य प्रदेश) में एम्बुलैंस की आड़ में डोडा चूरा की तस्करी करते 2 आरोपियों को गिरफ्तार करके उनसे 840 किलोग्राम डोडा चूरा जब्त किया गया।
* 13 जून को दिसपुर (असम) पुलिस की स्पैशल टास्क फोर्स ने अपने ही विभाग की गश्ती कार के ड्राइवर को प्रतिबंधित नशीले पदार्थ सप्लाई करने जाते हुए गिरफ्तार किया।
* 15 जून को शहडोल (मध्य प्रदेश) जिले में एम्बुलैंस में बिक्री के लिए पूर्णत: प्रतिबंधित 10 लाख रुपए मूल्य के 255 नशीले इंजैक्शन लेकर जा रहे 4 नशा तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
* 30 जुलाई को शिमला (हिमाचल प्रदेश) में पुलिस ने एक एम्बुलैंस को कब्जे में लेकर तलाशी के दौरान उसकी डैशबोर्ड सहित जगह-जगह छिपाई चरस बरामद की।
* 2 अगस्त को रावतभाटा (राजस्थान) में एक एम्बुलैंस में रखे प्लास्टिक के कट्टों में भर कर ले जाया जा रहा लगभग 1 करोड़ रुपए मूल्य का डोडा पोस्त पकड़ा गया।
* 22 अगस्त को ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में पुलिस द्वारा एक एम्बुलैंस की तलाशी लेने पर उसमें बैठे 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार करके 10 पेटी देसी शराब और 4 पेटी बीयर बरामद की गई।
* 21 सितम्बर को नागपुर (महाराष्ट्र) पुलिस ने ‘गढ़चिरौली’ में शक के आधार पर एक एम्बुलैंस की तलाशी के दौरान उसमें ले जाई जा रही 96 बोतल शराब के साथ पिपली बुर्गी प्राइमरी हैल्थ सैंटर के इंचार्ज ‘डा. ब्रह्मानंद पुंगाती’ को गिरफ्तार किया।
* और अब 24 सितम्बर को जालंधर देहात पुलिस द्वारा बिधिपुर रेलवे क्रासिंग के निकट सेना का सामान लेकर जा रहे एक ट्रक को रोक कर तलाशी लेने पर उसमें से 150 किलो चूरा-पोस्त बरामद कर एक अंतरराज्यीय नशा तस्कर गिरोह का पर्दाफाश किया गया। इस संबंध में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों द्वारा सेना से जुड़े दस्तावेजों के इस्तेमाल को देखते हुए पुलिस ने आगे की जांच के लिए सेना की गुप्तचर एजैंसी से संपर्क किया। कई राज्यों और नाकों से गुजरने के दौरान जब भी ट्रक को चैकिंग के लिए रोका जाता तो ट्रक चालक सेना का सामान होने की बात कह देते जिस कारण बिना तलाशी दिए ही ट्रक झारखंड से जालंधर पहुंच गया। उक्त ट्रक चालक पहले भी पंजाब में कई चक्कर लगा चुके हैं। पुलिस अधिकारियों के साथ आर्मी इंटैलीजैंस इस बात की जांच कर रही है कि क्या कोई विस्फोटक सामान और हथियार तो ट्रक सवारों ने डिलीवर नहीं किए?
सुरक्षा बलों के वाहनों या उनसे मिलते-जुलते वाहनों में नशीले पदार्थों की तस्करी का यही एक अकेला मामला नहीं है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। सुरक्षा बलों के वाहनोंं तथा एम्बुलैंसों में नशों की तस्करी अत्यंत गंभीर अपराध है। अत: ऐसे कृत्यों में संलिप्त होने वालों पर देशद्रोह के आरोप में मुकद्दमा चला कर उन्हें कठोरतम दंड देना चाहिए।-विजय कुमार