Edited By ,Updated: 21 Nov, 2024 05:37 AM
चुनाव आयोग के अनुसार इस वर्ष महाराष्ट्र और झारखंड में 1000 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति और नकदी, शराब, ड्रग्स और मुफ्त उपहार जब्त किए गए हैं जिन्हें मतदाताओं में बांटा जाना था।
चुनाव आयोग के अनुसार इस वर्ष महाराष्ट्र और झारखंड में 1000 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्ति और नकदी, शराब, ड्रग्स और मुफ्त उपहार जब्त किए गए हैं जिन्हें मतदाताओं में बांटा जाना था। महाराष्ट्र में मतदान से एक दिन पूर्व 19 नवम्बर को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ‘विनोद तावड़े’ द्वारा नालासोपारा में मतदाताओं को पैसे बांटने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
‘बहुजन विकास अघाड़ी’ के विधायक ‘हितेंद्र ठाकुर’ के अनुसार 19 नवम्बर को ‘विनोद तावड़े’ विरार के एक होटल में 5 करोड़ रुपए लेकर पहुंचे। वोटरों को रुपए बांटने की सूचना मिलने पर उन्होंने अपने बेटे क्षितिज ठाकुर व पार्टी वर्करों के साथ होटल में घुस कर ‘विनोद तावड़े’ को पकड़ा। ‘विनोद तावड़े’ के पास से एक डायरी भी मिली जिसमें कई लोगों के आगे 300k और 400k (k मतलब हजार) लिखा है। इनकी शिकायत पर चुनाव आयोग ने ‘विनोद तावड़े’ के कमरे से 9 लाख रुपए बरामद करके उनके और नालासोपारा से भाजपा उम्मीदवार ‘राजन नाइक’ के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करवाई है।
‘विनोद तावड़े’ ने आरोपों का खडंन करते हुए कहा है कि वह मूर्ख नहीं हैं कि अपने राजनीतिक विरोधियों के होटल में लोगों को पैसे बांटेंगे। ‘विनोद तावड़े’ ने यह भी कहा कि होटल के सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज की जांच करवा ली जाए परंतु ‘हितेंद्र ठाकुर’ का आरोप है कि वह जिस होटल में थे वहां कैमरे चल ही नहीं रहे थे। बहरहाल, पैसे देकर वोट खरीदने के आरोप-प्रत्यारोप के बीच मतदाताओं ने उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला कर दिया है जिसका पता 23 नवम्बर को चलेगा लेकिन मतदान से एक दिन पहले सामने आई उक्त घटना से निस्संदेह भाजपा की छवि को आघात लगा है। अत: इस तरह के मामलों पर रोक लगाने के लिए आरोपों की गहनता पूर्वक जांच करवाने की आवश्यकता है ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।—विजय कुमार