Edited By ,Updated: 11 Apr, 2025 05:03 AM
शास्त्रों में मां को भगवान का दर्जा दिया गया है। मां बच्चों की खातिर खुद ठंडी-गीली जगह पर बैठ जाती है लेकिन अपने बच्चों को ऐसी जगह पर नहीं बिठाती। यदि बच्चा किसी कारणवश रोने लगे तो उसे चुप करवाने का हर प्रयत्न करती है लेकिन पिछले कुछ समय से कुछ ऐसी...
शास्त्रों में मां को भगवान का दर्जा दिया गया है। मां बच्चों की खातिर खुद ठंडी-गीली जगह पर बैठ जाती है लेकिन अपने बच्चों को ऐसी जगह पर नहीं बिठाती। यदि बच्चा किसी कारणवश रोने लगे तो उसे चुप करवाने का हर प्रयत्न करती है लेकिन पिछले कुछ समय से कुछ ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जिनमें मां ने ही अपनी नवजात संतान की जान ले ली।
* 24 अप्रैल, 2023 को असम के बिस्वनाथ चरियाली में ‘ज्योत्सना खंडवाल’ नामक एक महिला ने अपनी नवजात बच्ची को तालाब में डुबो कर मार दिया। जांच में पता चला कि महिला ने पहले भी एक लड़की को जन्म दिया था और दूसरी बार लड़की पैदा होने पर उसने नवजात को मार डाला।
* 12 जुलाई, 2023 को हरियाणा के ‘जींद’ में ‘शीतल’ नामक एक महिला ने 9 महीने की अपनी जुड़वां बच्चियों की तकिए से गला दबा कर हत्या कर दी और इसके बाद दोनों के शवों को दबा दिया।
* 26 फरवरी, 2024 को केरल के मल्लपुरम में ‘जुमाईला’ नामक महिला ने अपना प्रसव छिपाने के लिए 3 दिन के नवजात बेटे को मार कर उसके शव को घर के आंगन में दबा दिया। महिला अपने पति से अलग रह रही थी।
* 11 दिसबर, 2024 को झारखंड के ‘जमशेदपुर’ में ‘सुप्रिया’ नामक एक 35 वर्षीय महिला ने अपने पति के साथ झगड़ा होने के बाद 8 महीने की अपनी बेटी को नदी में फैंक कर मार दिया।
* 5 अप्रैल, 2025 को ‘अहमदाबाद’ में अपने नवजात बेटे के लगातार रोने से परेशान होकर ‘करिश्मा’ नामक एक महिला ने उसे भूमिगत पानी की टंकी में फैंक कर मार डाला। ‘करिश्मा’ गर्भ के समय से ही परेशान थी और बच्चे के रोने की अक्सर अपने ससुराल वालों से शिकायत करती थी।
* और अब 8 अप्रैल, 2025 को महाराष्ट्र के पुणे में 35 वर्षीय एक महिला ने दो महीने के अपने जुड़वां नवजात लड़कों को घर की छत पर लगी पानी की टंकी में डुबो कर मार डाला।
संयुक्त परिवारों का टूटना व घर का माहौल अच्छा न होने के अलावा पति-पत्नी के आपसी तनावपूर्ण रिश्ते इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। अपने ही बच्चों की जान लेने वाली माताओं को भी यह समझना चाहिए कि बच्चे उनके ही जिगर के टुकड़े हैं।—विजय कुमार