Edited By ,Updated: 12 Sep, 2024 05:06 AM
पिछले कुछ वर्षों के दौरान महिलाओं और किशोरियों ने बड़े पैमाने पर सिगरेट और शराब पीना शुरू कर दिया है। किशोरियों में सिगरेट की लत गत 10 वर्षों में दोगुनी हो गई है।
पिछले कुछ वर्षों के दौरान महिलाओं और किशोरियों ने बड़े पैमाने पर सिगरेट और शराब पीना शुरू कर दिया है। किशोरियों में सिगरेट की लत गत 10 वर्षों में दोगुनी हो गई है। ‘टोबैको कंट्रोल रिपोर्ट’ के अनुसार 2009 में सिगरेट पीने वाली किशोरियों की संख्या 3.8 प्रतिशत थी जो 2019 में बढ़कर 6.2 प्रतिशत हो गई। इसी तरह अब महिलाएं भी पुरुषों के बराबर ही शराब पीने लगी हैं। ‘नैशनल फैमिली हैल्थ सर्वे’ के अनुसार देश में 15 वर्ष से अधिक आयु की 1.03 प्रतिशत महिलाएं शराब पीती हैं। वर्ष 2019 में केंद्रीय राज्यमंत्री रत्न लाल कटारिया ने बताया था कि देश में 1.50 करोड़ महिलाएं शराब पीने की आदी हैं।
हालत यह हो गई है कि अब तो लड़कियों ने शिक्षा संस्थानों के अंदर बैठकर ही शराब और बीयर पीना शुरू कर दिया है। हाल ही में छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले के एक सरकारी स्कूल में कुछ छात्राओं का बीयर पीने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। बिलासपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ‘टी.आर. साहू’ के अनुसार जिले के ‘मस्तूरी’ क्षेत्र के ‘भटचौरा’ गांव में स्थित सरकारी हायर सैकेंडरी स्कूल की छात्राओं द्वारा बीयर पीने का वीडियो हाल में सोशल मीडिया पर वायरल होने की घटना की जांच के लिए 3 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है जिसे छात्राओं ने बताया कि उन्होंने मौज-मस्ती के लिए ऐसा किया।
टीनएज गल्र्स में शराब के प्रति बढ़ता रुझान जहां उनके स्वास्थ्य के लिए खतरे की घंटी है वहीं यह बुराई उन्हें चरित्र के पतन की ओर ले जाने वाली भी सिद्ध हो सकती है। अत: अभिभावकों को अपने बच्चों को-चाहे वह बेटा हो या बेटी-इस तरह की घटनाओं का संज्ञान लेकर उन्हें समझाना चाहिए कि यह रास्ता उन्हें तबाही के सिवा और कहीं लेकर नहीं जाएगा। इसके साथ ही जिस स्कूल में छात्राओं द्वारा बीयर पीने का वीडियो वायरल हुआ है, उसके प्रबंधकों, विशेष रूप से सुरक्षा से जुड़े स्टाफ के विरुद्ध कठोरतम अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की जरूरत है। -विजय कुमार