स्कूलों, अस्पतालों, हवाई अड्डों, जेलों को धमकियां भेजने का सिलसिला जारी

Edited By ,Updated: 15 May, 2024 05:02 AM

process of sending threats to schools hospitals airports jails continues

इन दिनों देश में अंतिम चरणों की ओर बढ़ रहा चुनाव जहां रोचक बनता जा रहा है, वहीं माहौल बिगाडऩे, प्रशासन में अफरा-तफरी फैलाने और लोगों में भय पैदा करने के लिए समाज विरोधी तत्वों द्वारा धमकी भरे ई-मेल स्कूलों, अस्पतालों, हवाई अड्डों, जेलों आदि...

इन दिनों देश में अंतिम चरणों की ओर बढ़ रहा चुनाव जहां रोचक बनता जा रहा है, वहीं माहौल बिगाडऩे, प्रशासन में अफरा-तफरी फैलाने और लोगों में भय पैदा करने के लिए समाज विरोधी तत्वों द्वारा धमकी भरे ई-मेल स्कूलों, अस्पतालों, हवाई अड्डों, जेलों आदि भीड़-भाड़ वाले स्थानों के प्रबंधकों को भेजने का क्रम भी जारी है, जिनके उदाहरण निम्न में दर्ज हैं : 

* 30 अप्रैल, 2024 को दिल्ली स्थित ‘चाचा नेहरू अस्पताल’ के प्रबंधकों को भेजे गए ई-मेल में अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी भेजी गई। 
* 1 मई को दिल्ली-एन.सी.आर. के 100 से अधिक स्कूलों में बम रखे होने का ई-मेल भेजा गया जो बाद में पुलिस जांच में फर्जी पाया गया। 
* 6 मई को गुजरात के अहमदाबाद में लगभग आधा दर्जन स्कूलों को बम से उड़ाने की ई-मेल के जरिए भेजी गई धमकी से हड़कंप मच गया। 

* 12 मई को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-3 तथा बुराड़ी अस्पताल, संजय गांधी मैमोरियल अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, बाड़ा हिन्दू राव अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पैशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, दादा देव अस्पताल, अरुणा आसिफ अली अस्पताल सहित 21 अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी ई-मेल द्वारा भेजी गई।
* 12 मई को ही सी.आई.एस.एफ. की आधिकारिक आई.डी. पर ई-मेल द्वारा भेजी गई धमकी में कहा गया कि दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, गुवाहाटी, जम्मू, लखनऊ, पटना, अगरतला, औरंगाबाद, बागडोगरा, भोपाल और कालीकट हवाई अड्डों की इमारतों में बम छुपाए गए हैं। ई-मेल में यह भी कहा गया कि इस मेल को धमकी मत मानिएगा। कुछ ही घंटों में ब्लास्ट होंगे। 
* 12 मई को ही उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सी.पी.आर.ओ.) के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी भेजी गई। 

* 13 मई को भेजी गई ई-मेल द्वारा लखनऊ के 4 स्कूलों में बम होने की धमकी  दी गई। इसके बाद स्कूलों में तत्काल छुट्टी करके बच्चों को परिसरों से बाहर निकाल कर उनके अभिभावकों को संदेश भेज दिया गया कि वे अपने बच्चों को आकर ले जाएं। 
* 13 मई को ही सुबह-सुबह राजस्थान में जयपुर के 68 स्कूलों के पिं्रसीपलों को एक ही समय पर ई-मेल द्वारा स्कूलों को बम से उड़ा देने की धमकी मिली जिसके तुरंत बाद सभी स्कूलों को खाली करवा लिया गया। 
इस चेतावनी ने राजस्थान के लोगों में दहशत भर दी क्योंकि 16 वर्ष पूर्व 13 मई, 2008 के दिन जयपुर में 15 मिनट के भीतर हुए 9 बम धमाकों में 71 लोगों  की मौत और 216 से अधिक लोग घायल हो गए थे। 

* 13 मई को ही कर्नाटक के बेंगलुरू में 6 प्राइवेट अस्पतालों को भी धमकी भरे ई-मेल मिले, जिनमें चेतावनी दी गई कि ‘‘आपकी इमारत में विस्फोटक लगा दिए गए हैं जो अगले कुछ घंटों में फट जाएंगे।’’ 
* 14 मई को ई-मेल के जरिए दिल्ली में फिर 4 अस्पतालों-गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दादा देव अस्पताल, हैडगेवार अस्पताल तथा दीप चंद बंधु अस्पताल के अलावा तिहाड़ जेल को बम से उड़ाने की धमकी मिली जिसके बाद तिहाड़ जेल का प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया। 

संतोष का विषय है कि उक्त सभी मामलों में अलर्ट मोड में आकर सुरक्षा बलों द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई में कोई संदिग्ध वस्तु प्राप्त नहीं हुई और सभी ई-मेल अभी तक झूठे ही सिद्ध हुए हैं। जांच में बम डिस्पोजल स्क्वायड, फायर डिपार्टमैंट, बम डिटैक्शन टीम, स्थानीय पुलिस, ए.टी.एस. कमांडो, डॉग स्क्वायड आदि शामिल थे। हालांकि भीड़भाड़ वाले विभिन्न संस्थानों को भेजे गए इन धमकी भरे ई-मेलों से सुरक्षा बलों की अलर्टनैस की जांच हो गई है, परंतु इस तरह के ई-मेल भेज कर प्रशासन में अफरा-तफरी और लोगों में भय पैदा करना सरासर गलत तथा देशद्रोह के अनुरूप घोर अक्षम्य अपराध है। बताया जाता है कि इन धमकियों के लिए विभिन्न मेङ्क्षलग सेवाओं का इस्तेमाल किया गया, जिनमें ‘रूसी मेङ्क्षलग सेवा’ भी शामिल है। अत: इनके स्रोतों का पता लगा कर इनके लिए जिम्मेदार लोगों या गिरोहों को तुरंत कठोरतम दंड देना आवश्यक है। इसके साथ ही जहां कहीं भी धमकियां मिली हैं, वहां चौकसी स्थायी रूप से मजबूत की जानी चाहिए।—विजय कुमार  

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