Edited By ,Updated: 13 Sep, 2024 05:16 AM

इन दिनों देश में अपराधों की आंधी-सी चल रही है और भारतीय रेलें भी समाज विरोधी तत्वों के निशाने पर आई हुई हैं। चोरी तथा लूटपाट के अलावा रेलगाडिय़ों में बलात्कार तथा रेलगाडिय़ों को लगातार पलटाने तक के प्रयास हो रहे हैं।
इन दिनों देश में अपराधों की आंधी-सी चल रही है और भारतीय रेलें भी समाज विरोधी तत्वों के निशाने पर आई हुई हैं। चोरी तथा लूटपाट के अलावा रेलगाडिय़ों में बलात्कार तथा रेलगाडिय़ों को लगातार पलटाने तक के प्रयास हो रहे हैं।
- 6 सितम्बर को उड़ीसा के ‘पुरी’ से ‘ऋषिकेश’ जा रही ‘उत्कल एक्सप्रैस’ में यात्रा कर रही एक दिव्यांग महिला के साथ पैंट्री कार के कर्मचारी राजजीत सिंह ने टायलैट में बलात्कार कर उसकी पिटाई भी कर डाली।
- 8 सितम्बर को अजमेर में पटरी पर सीमैंट का 70 किलो का भारी-भरकम ब्लाक रख कर मालगाड़ी को पलटाने की कोशिश की गई।
ऐसी ही घटनाओं को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने पटरियों और आसपास के क्षेत्र पर नजर रखने के लिए ट्रेनों में कैमरे लगाने का फैसला किया है। रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार ट्रेन के इंजन और गार्ड कोच के अगले और पिछले हिस्से दोनों जगहों पर कैमरे लगाए जाएंगे। डिब्बों में और इंजन के अगले हिस्से में जानवरों से बचाव के लिए लगे ‘कैटल गार्ड’ पर भी कैमरे लगाने का फैसला किया गया हैे।
इसके साथ ही रेलवे बोर्ड ने अपने सभी जोनों को पटरियों के आसपास पड़ी और इस्तेमाल में नहीं आने वाली सभी फालतू रेल सामग्री और अन्य उपकरणों को तुरंत हटाने का निर्देश दिया है। रेलवे का यह निर्णय उचित है परंतु चूंकि एकाध महीने बाद धुंध का सीजन शुरू हो जाएगा ऐसे में रेल पटरियों के आसपास की स्थिति पर नजर रखने के लिए रेल पटरियों के दोनों ओर तुरंत कैमरे और सैंसर लगाए जाने की जरूरत है जोकि करीब 2 किलोमीटर की रेंज तक आने वाले खतरे की आहट भांप सकते हैं। -विजय कुमार