Edited By ,Updated: 23 Jun, 2024 05:15 AM
देश में नकली खाद्य पदार्थों, दवाइयों, करंसी आदि की बातें तो आमतौर पर सुनी जाती थीं, पर अब यह बीमारी नकली शीर्ष सरकारी अधिकारियों तक भी पहुंच गई है जो निम्न में दर्ज पिछले 100 दिनों के उदाहरणों से स्पष्ट है :
देश में नकली खाद्य पदार्थों, दवाइयों, करंसी आदि की बातें तो आमतौर पर सुनी जाती थीं, पर अब यह बीमारी नकली शीर्ष सरकारी अधिकारियों तक भी पहुंच गई है जो निम्न में दर्ज पिछले 100 दिनों के उदाहरणों से स्पष्ट है :
* 15 मार्च को पुलिस ने मध्य प्रदेश के ‘मंडला’ जिले में स्वयं को सी.बी.आई. अधिकारी बताकर लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए ठगने के आरोप में एक जालसाज को गिरफ्तार किया।
* 2 अप्रैल को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में स्वयं को आई.ए.एस. अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी दिलवाने का झांसा देकर ठगने वाले 10वीं फेल एक युवक को गिरफ्तार करके उसके कब्जे से एक फर्जी आई-कार्ड और 2 मोबाइल आदि बरामद किए।
* 15 जून को उत्तर प्रदेश के रामपुर में स्वयं को ‘नैशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया’ का अधिकारी बताकर एक उद्योगपति से अढ़ाई लाख रुपए की ठगी मारने वाले कुतुबुद्दीन नामक जालसाज को पुलिस ने पकड़ा।
* 15 जून को ही उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में एक व्यक्ति के घर आयकर अधिकारी बन कर रेड मारने पहुंचे 4 जालसाजों में से 3 जालसाजों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके कब्जे से आयकर अधिकारी का फर्जी बोर्ड लगी चोरीशुदा कार, नकली दस्तावेज आदि बरामद किए।
* 18 जून को उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद पुलिस ने स्वयं को एक जेल अधिकारी बताकर लोगों को नौकरी तथा जेल के टैंडर दिलाने का झांसा देकर उनसे लाखों रुपए ठगने के आरोप में कानपुर के रहने वाले एक जालसाज को गिरफ्तार करके उसके पास से जेल विभाग का फर्जी लैटर हैड, उच्चाधिकारियों के मोबाइल नंबर तथा 30,000 रुपए बरामद किए।
* 18 जून को ही उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में पुलिस ने एक व्यक्ति से 18 लाख रुपए ऐंठने के आरोप में ‘नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो’ (एन.सी.बी.) के एक नकली अधिकारी को गिरफ्तार किया।
* और अब 19 जून को महाराष्ट्र के ‘सतारा’ से पुलिस ने स्वयं को प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) में राष्ट्रीय सलाहकार बता कर लोगों को चूना लगाने वाली एक युवती ‘कश्मीरा संदीप पवार’ तथा उसके साथी ‘गणेश गायकवाड़’ को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 में इन दोनों ने महाराष्ट्र की अधिकांश अखबारों में एक झूठी खबर छपवाई थी, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने महाराष्ट्र के ‘सतारा’ की एक महिला को अपना राष्ट्रीय सलाहकार मनोनीत किया है।
कश्मीरा इसी खबर को हथियार बना कर उसके जरिए पी.एम.ओ. के नाम पर धोखाधड़ी करने लगी। उसने पुणे के एक व्यापारी ‘गोरख मराल’ को भरोसा दिलाया कि उसकी पहचान और पहुंच सरकार के सभी दफ्तरों में है इसलिए सरकारी ठेके दिलवाना उसके बाएं हाथ का काम है। ‘गोरख मराल’ के अनुसार उसने ‘कश्मीरा संदीप पवार’ और ‘गणेश गायकवाड़’ के साथ कई बैठकें कीं तथा उन्होंने नकद और ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए उससे 50 लाख रुपए ऐंठ लिए।
शिकायत में यह भी कहा गया कि इतनी रकम देने के बावजूद कोई ठेका नहीं मिलने पर जब उसने अपने पैसे वापस मांगे तो इन दोनों ने उसे जबरन वसूली की एफ.आई.आर. लिखवा कर झूठे आरोप में फंसा दिया।
इससे पूर्व ‘कश्मीरा’ और ‘गणेश’ के विरुद्ध दिसम्बर, 2022 में भी एक होटल मालिक ‘फिलिप भम्बल’ की ओर से दर्ज करवाई गई एक अन्य एफ.आई.आर. में दावा किया गया था कि पी.एम.ओ. का फर्जी पत्र दिखाकर ‘कश्मीरा’ और ‘गणेश’ पूरे महाराष्ट्र में घूम कर उत्तर प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा और लोकसभा के सचिवालय में ठेका दिलाने के नाम पर ठग रहे हैं। ‘सतारा’ पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी तक उन्हें इन दोनों के विरुद्ध 82 लाख रुपए की ठगी से संबंधित 3 शिकायतें प्राप्त हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व 16 मार्च, 2023 को एक हाई-प्रोफाइल मामले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में स्वयं को प्रधानमंत्री कार्यालय का अतिरिक्त निदेशक बताने तथा जाली दस्तावेजों के आधार पर आधिकारिक प्रोटोकॉल प्राप्त करने वाले ‘किरण भाई पटेल’ नामक व्यक्ति को पकड़ा था। उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि देश में जालसाजी किस स्तर तक बढ़ रही है। अत: ऐसे समाज विरोधी तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई करने की आवश्यकता है, ताकि वे देश और समाज से धोखा न कर सकें और दूसरे लोग भी उन्हेंं मिलने वाली कठोर सजा से सबक लेकर इस तरह का गलत काम करने से परहेज करें।—विजय कुमार