Edited By ,Updated: 12 Dec, 2024 05:05 AM
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2023 में गैंगस्टर लारैंस बिश्नोई द्वारा एक प्राइवेट चैनल को दिए गए 2 साक्षात्कारों का मामला सामने आया था। ये इंटरव्यू 14 मार्च और 17 मार्च 2023 को प्रसारित हुए थे जब ‘लारैंस बिश्नोई’ बङ्क्षठडा जेल में था।
2023 में गैंगस्टर लारैंस बिश्नोई द्वारा एक प्राइवेट चैनल को दिए गए 2 साक्षात्कारों का मामला सामने आया था। ये इंटरव्यू 14 मार्च और 17 मार्च 2023 को प्रसारित हुए थे जब ‘लारैंस बिश्नोई’ बठिंडा जेल में था। तभी से जेलों में बंद अपराधियों, विशेष रूप से गैंगस्टर गतिविधियों में लिप्त अपराधियों द्वारा अपनी अवैध गतिविधियां चलाने के लिए फोन के इस्तेमाल को नाकाम करने के लिए पंजाब सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट निगरानी कर रही है।
इसी पृष्ठभूमि में पंजाब की जेलों में सुरक्षा संबंधी दायर याचिका के उत्तर में केंद्र सरकार के एडीशनल सोलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन ने 10 दिसम्बर को पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में जस्टिस अनूप इंद्र सिंह ग्रेवाल तथा जस्टिस लिपिका बनर्जी को बताया कि केंद्र सरकार पंजाब की जेलों में उन्नत हाईटैक ‘वी कवच’ जैमर लगाने की 23 अगस्त, 2024 और 26 सितम्बर, 2024 के पत्रों द्वारा राज्य सरकार को पहले ही स्वीकृति दे चुकी है। उन्होंने बताया कि इनके लिए अलग से किसी स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है, अत: पंजाब सरकार इस मामले में आगे बढ़ते हुए निर्माताओं से यह जैमर खरीद कर अपनी जेलों में लगा सकती है। ‘वी कवच’ जैमरों का इस्तेमाल एंटी आई.ई.डी., एंटी ड्रोन, एंटी सैल्युलर सिस्टम तथा इलैक्ट्रानिक्स जैमिंग के लिए किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के जेल मंत्री लाल जीत सिंह भुल्लर ने भी हाल ही में राज्य की जेलों को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए जेलों को हाईटैक बनाने और आर्टीफिशियल इंटैलीजैंस (ए.आई.) आधारित अत्याधुनिक तकनीक अपनाने पर जोर दिया था। अत: जेलों में अपराधी गिरोहों द्वारा मोबाइल फोनों आदि के इस्तेमाल पर लगाम लगाने के लिए जेलों में अत्याधुनिक ‘वी कवच जैमर’ जितनी जल्दी लगाए जा सकें, उतना ही अच्छा होगा।—विजय कुमार