Edited By ,Updated: 09 Jan, 2025 05:39 AM
परीक्षाओं में वास्तविक उम्मीदवारों की जगह दूसरों को बिठा कर धोखे से परीक्षा पास करने की बुराई लगातार बढ़ रही है। अब तो मोटी रकम लेकर परीक्षाओं में नकल करवाने वाले ‘सॉल्वर गिरोह’ भी कायम हो गए हैं। इसके पिछले 9 महीनों के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
परीक्षाओं में वास्तविक उम्मीदवारों की जगह दूसरों को बिठा कर धोखे से परीक्षा पास करने की बुराई लगातार बढ़ रही है। अब तो मोटी रकम लेकर परीक्षाओं में नकल करवाने वाले ‘सॉल्वर गिरोह’ भी कायम हो गए हैं। इसके पिछले 9 महीनों के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 21 अप्रैल, 2024 को श्रीनगर (उत्तराखंड) में एस.एस.बी. कांस्टेबलों की लिखित परीक्षा में फर्जी दस्तावेजों के साथ दूसरे के स्थान पर परीक्षा देते हुए ‘रामबृज’ नामक एक युवक को गिरफ्तार किया गया।
* 19 जून, 2024 को प्रयागराज में ‘करेली’ स्थित ‘ठाकुर हर नारायण डिग्री कालेज’, ‘करेला बाग’ में आलोक कुमार नामक उम्मीदवार के स्थान पर ‘यू.जी.सी. नैट परीक्षा’ देते हुए एक अध्यापक उमाकांत को गिरफ्तार किया गया जिसने 20,000 रुपए में इसके लिए सौदा तय किया था।
* 7 नवम्बर, 2024 को प्रयागराज में ‘अंदावा’ स्थित ‘सीता सुनीता सिंह महाविद्यालय’ में कर्मचारी चयन आयोग की ‘मल्टी टास्किंग स्टाफ परीक्षा’ के दौरान असली उम्मीदवार की जगह परीक्षा देता नकली उम्मीदवार पकड़ा गया।
* 9 दिसम्बर, 2024 को पटना स्थित ‘शहीद राजेंद्र प्रसाद सरकारी हाई स्कूल’ परिसर में आयोजित बिहार पुलिस में सिपाही भर्ती परीक्षा में 24 युवकों को दूसरे परीक्षार्थियों के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया।
* 15 दिसम्बर, 2024 को जौनपुर (उत्तर प्रदेश) में ‘भुआल पट्टी’ स्थित ‘चंद्रेज सिंह चिल्ड्रन अकादमी’ में ‘केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा’ के दौरान एक महिला किसी अन्य के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ी गई।
* 15 दिसम्बर, 2024 को ही कर्नलगंज (उत्तर प्रदेश) में ‘केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा’ के दौरान चित्रकूट की एक युवती को दूसरी परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया।
* 15 दिसम्बर, 2024 को ही नैनी (उत्तर प्रदेश) में आयोजित उक्त परीक्षा में अयोध्या निवासी एक युवती को दूसरी परीक्षार्थी के स्थान पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया। परीक्षा में बैठने के लिए उनके बीच 50000 रुपए में डील हुई थीे।
* 19 दिसम्बर, 2024 को दमोह (मध्य प्रदेश) के ‘श्री पी.जी. कालेज’ में आयोजित एल.एल.बी. की परीक्षा में ‘विपुल सिंघई’ नामक छात्र के स्थान पर परीक्षा देते हुए ‘हिमांशु नेमा’ नामक एक युवक को गिरफ्तार किया गया।
* 31 दिसम्बर, 2024 को जयपुर के ‘आमेर’ थाना इलाके में ‘कूकस’ स्थित एक परीक्षा केंद्र पर ‘रेलवे टैक्नीशियन भर्ती परीक्षा’ में ‘ब्लूटूथ’ से नकल कर रहे 2 उम्मीदवारों को गिरफ्तार किया गया। प्रारंभिक जांच में इन दोनों आरोपियों ने परीक्षा में पास होने के लिए ‘ब्लूटूथ’ द्वारा नकल करवाने वाले गिरोह के साथ लाखों रुपए में सौदा होने की बात स्वीकार की।
* 1 जनवरी, 2025 को उरई (उत्तर प्रदेश) में ‘कोंच’ स्थित ‘मथुरा प्रसाद महाविद्यालय’ में बी.एस.सी. प्रथम समैस्टर की परीक्षा के दौरान अपने भाई की जगह परीक्षा दे रहे ऋतिक राज नामक युवक को गिरफ्तार किया गया।
* 4 जनवरी, 2025 को सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) के ‘रणवीर राजकुमार इंटर कालेज’, बरवालीपुरा में हाईकोर्ट की ग्रुप सी और डी भर्ती परीक्षा में संतोष कुमार को तथा ‘जी.डी. गोयन्का स्कूल’ में आयोजित परीक्षा में प्रवीण पाल को असली उम्मीदवारों की जगह परीक्षा देते गिरफ्तार किया गया जिन्हें 10,000 रुपए में परीक्षा पास कराने का ठेका दिया गया था।
* 5 जनवरी, 2025 को मथुरा (उत्तर प्रदेश) में इलाहाबाद हाईकोर्ट में विभिन्न श्रेणियों के पदों पर ‘बी.एस. डिग्री कालेज’ में स्टाफ भर्ती परीक्षा में अमन नामक उम्मीदवार के स्थान पर अजय यादव परीक्षा देता पकड़ा गया जबकि ‘आर्मी पब्लिक स्कूल’ कैंट में आकाश नामक उम्मीदवार के स्थान पर अजीत परीक्षा देता पकड़ा गया।
* 6 जनवरी, 2025 को जयपुर में विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर ली जा रही ‘नैशनल सीड्स कार्पोरेशन’ की ‘एग्रीकल्चरल स्टाफ ट्रेङ्क्षनग भर्ती परीक्षा’ में नकल करवाने वाले गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया जो ऑनलाइन परीक्षा में ऐप की सहायता से प्रश्न पत्र हल करवा रहे थे।
* 6 जनवरी, 2025 को ही बस्ती (उत्तर प्रदेश) पुलिस ने उत्तर प्रदेश सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा में अयोध्या प्रसाद नामक उम्मीदवार की जगह परीक्षा देने पहुंचे फर्जी उम्मीदवार अजय को पकड़ा।
परीक्षाओं में अनुचित तरीकों का इस्तेमाल और दूसरों के स्थान पर परीक्षा देने के बढ़ रहे रुझान से स्पष्टï है कि आज शिक्षा जैसा पवित्र क्षेत्र भी समाज विरोधी तत्वों के निशाने पर आता जा रहा है। इससे योग्य छात्रों से अन्याय और उनके भविष्य से खिलवाड़ हो रहा है। अत: ऐसा करने वालों को कठोरतम दंड दिया जाए, ताकि इस बुराई पर रोक लग सके।—विजय कुमार