Edited By ,Updated: 27 Nov, 2024 06:22 AM
देश के कोने-कोने से बड़ी मात्रा में ड्रग्स तथा अवैध नशीले पदार्थ पकड़े जाने के कारण नशीले पदार्थों की तस्करी एक बड़ी समस्या का रूप धारण कर चुकी है तथा इससे देश की युवा पीढ़ी तबाह हो रही है।
देश के कोने-कोने से बड़ी मात्रा में ड्रग्स तथा अवैध नशीले पदार्थ पकड़े जाने के कारण नशीले पदार्थों की तस्करी एक बड़ी समस्या का रूप धारण कर चुकी है तथा इससे देश की युवा पीढ़ी तबाह हो रही है। कुछ वर्षों से ड्रग्स का कारोबार बेहद बढ़ गया है तथा विभिन्न राज्यों में बड़ी मात्रा में ड्रग्स व नशीले पदार्थ जब्त किए जा रहे हैं। मात्र 25 नवम्बर को एक ही दिन में बरामद नशे के निम्न उदाहरणों से स्पष्ट है कि यह बुराई किस कदर जड़ें जमाती जा रही है :
* 25 नवम्बर को जम्मू-कश्मीर के ‘बीज बेहरा’ में एक महिला से 8 किलो गांजा पाऊडर बरामद करके उसे गिरफ्तार किया गया।
* 25 नवम्बर को ही पंजाब में संगरूर में अधिकारियों ने 2 नशा तस्करों से 1.20 किलो हैरोइन और 10 किलो भुक्की, फिरोजपुर में 1 स्कूटी सवार से 1.364 किलो हैरोइन और होशियारपुर में बड़ी संख्या में नशीली गोलियां जब्त कीं।
* 25 नवम्बर को ही कुरुक्षेत्र (हरियाणा) में पुलिस ने 2 ट्रकों से 36.140 किलो अफीम, जालंधर में 3 किलो अफीम तथा लुधियाना रेलवे स्टेशन पर जी.आर.पी. ने बरेली (उत्तर प्रदेश) से आए एक यात्री से 1 किलो अफीम पकड़ी।
* 25 नवम्बर को ही भारतीय कोस्टगार्ड ने अंडेमान जल क्षेत्र में एक मछली पकडऩे वाली नौका से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 25,000 करोड़ रुपए मूल्य की लगभग 5500 किलो (साढ़े 5 टन) नशीले पदार्थों की एक खेप पकड़ी जो कोस्टगार्ड द्वारा अब तक पकड़ी गई नशे की सबसे बड़ी खेप है।
इससे पूर्व 27 फरवरी, 2024 को गुजरात ए.टी.एस., नौसेना तथा सैंट्रल एजैंसी के संयुक्त अभियान के अंतर्गत अरब सागर में मछली पकडऩे वाली एक नौका से 3089 किलो चरस, 158 किलो ‘मेथामफेटामाइन’ तथा 25 किलो ‘माॢफन’ सहित अनुमानित 2000 करोड़ रुपए मूल्य की 3300 किलो ड्रग्स बरामद की थीं। वजन के हिसाब से यह भारत में नशीले पदार्थों की उस समय तक की सबसे बड़ी बरामदगी थी। उक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि देश ‘नशे के पहाड़’ तले दबता जा रहा है जिससे मुक्ति पाने के लिए प्रयासों को और तेज करने तथा पकड़े जाने वाले जहर के व्यापारियों को कठोरतम दंड देने की तुरंत जरूरत है।—विजय कुमार