Edited By ,Updated: 18 Feb, 2025 05:25 AM

हाल ही के वर्षों में भारत में नशा तस्करी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय तस्कर भारत को एक ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इन दिनों जहां केंद्र एवं राज्य सरकारों ने नशा तस्करों के विरुद्ध अभियान छेड़...
हाल ही के वर्षों में भारत में नशा तस्करी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। विशेष रूप से अंतर्राष्ट्रीय तस्कर भारत को एक ट्रांजिट प्वाइंट के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। इन दिनों जहां केंद्र एवं राज्य सरकारों ने नशा तस्करों के विरुद्ध अभियान छेड़ रखा है वहीं नशा तस्कर भी नए-नए तरीके अपनाकर अपना धंधा जारी रखे हुए हैं। अब तो अंग वस्त्रों (अंडर गार्मैंट्स) व शरीर के अंदर छिपा कर भी नशे की तस्करी की जाने लगी है, जिसके 7 महीनों के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 23 जून, 2024 को ‘कोच्चि’ के हवाई अड्डे पर ‘तंजानिया’ के नागरिक ‘ओमारी जोंगो’ को गिरफ्तार करके उससे 19 करोड़ रुपए मूल्य की 1945 ग्राम कोकीन बरामद की गई जो उसने अपने पेट में छिपा रखी थी।
‘ओमारी जोंगो’ के साथ ही उसी विमान से उतरी ‘वेरोनिका’ नामक महिला को भी गिरफ्तार किया गया जिसके पेट में भी छिपाई हुई 13.34 करोड़ रुपए मूल्य की 1.35 किलो कोकीन के 95 कैप्सूल निकाले गए।
* 3 जुलाई, 2024 को लुधियाना में अधिकारियों ने एक कोरियर कंपनी के कार्यालय से लहंगा-चोली के अंदर छिपाकर कनाडा भेजी जा रही 889 ग्राम अफीम पकड़ी।
* 7 दिसम्बर, 2024 को दिल्ली के ‘इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर नाईजीरिया के ‘हैंडरिक जैकब्स रोस्ट्रोफ’ नामक तस्कर के पेट से 12 करोड़ रुपए मूल्य की 799 ग्राम कोकीन के 67 कैप्सूल निकाले गए।
* 11 दिसम्बर, 2024 को दिल्ली के ‘इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर ब्राजील के ‘हैनरिक डी. ओलीवेरा’ को गिरफ्तारकरके पूछताछ की गई तो उसने 21 करोड़ रुपए मूल्य की कोकीन के 1383 ग्राम वजनी 127 कैप्सूल निगलने की बात स्वीकार की जो डाक्टरों ने उसकी आंत से निकाले।
* 13 दिसम्बर, 2024 को इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर इंटैलीजैंस टीम ने 2 फिलीपीनी नागरिकों को गिरफ्तार करके उनके पेट से 10 करोड़ 14 लाख रुपए मूल्य के 676 ग्राम नशीले सफेद पाऊडर के 90 कैप्सूल तथा एक अन्य फिलीपीनी नागरिक से 7 करोड़ 74 लाख रुपए मूल्य की 503 ग्राम कोकीन के 66 कैप्सूल बरामद किए।
* 17 दिसम्बर, 2024 को चेन्नई के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर ‘कीनिया’ की रहने वाली एक महिला को गिरफ्तार किया गया जिसने 14.2 करोड़ रुपए मूल्य की लगभग 1.4 किलो कोकीन के 90 कैप्सूल निगल रखे थे।
* 5 जनवरी, 2025 को दिल्ली के ‘इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर कस्टम विभाग ने 20.98 करोड़ रुपए की 1399 ग्राम कोकीन की तस्करी के आरोप में ब्राजील से आई एक महिला तथा पुरुष को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान दोनों ने स्वीकार किया कि उन्होंने नशीले पदार्थ से भरे कैप्सूल निगले हैं जो अधिकारियों ने उन्हें अस्पताल ले जाकर निकलवाए।
* 9 फरवरी, 2025 को ‘इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर ‘ब्राजील’ की 2 महिलाओं तथा ‘केन्या’ के एक पुरुष को पेट में 40 करोड़ रुपए की कोकीन मिलने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
* 17 फरवरी, 2025 को मुम्बई के ‘छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ पर ‘युगांडा’ से पेट में कोकीन के 84 कैप्सूल छिपा कर लाने वाली एक महिला को गिरफ्तार किया गया।
उल्लेखनीय है कि ड्रग्स तस्करी में संलिप्त तस्कर ‘लेटैक्स’ या प्लास्टिक से बने छोटे कैप्सूलों में नशीले पदार्थ भर कर उन्हें निगल लेते हैं ताकि हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच में पकड़े न जाएं। यह तरीका बेहद खतरनाक होता है तथा पेट में कैप्सूल फट जाने पर तस्कर की मौत भी हो सकती है।
ड्रग्स तस्करी में संलिप्त अंतर्राष्ट्रीय तस्करों का नैटवर्क आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को चुनता है या फिर जो किसी लालच में आकर यह काम करते हैं। इसके लिए इन तस्करों को खास ट्रेनिंग दी जाती है ताकि वे ड्रग्स को शरीर में छिपाकर अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं को पार कर सकें। इस तरह के हालात में नशा तस्करों की चालों को नाकाम करने के लिए जहां पुलिस बलों को अधिक मुस्तैद होने की आवश्यकता है वहीं ऐसे लोगों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करना समय की मांग है।—विजय कुमार