Edited By ,Updated: 20 Jun, 2024 05:23 AM
केंद्र सरकार को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि कई कर्मचारी ‘आधार आधारित बायोमैट्रिक हाजिरी प्रणाली’ में हाजिरी नहीं लगा रहे। इसी कारण केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि सभी विभाग नियमित रूप से...
केंद्र सरकार को लगातार ऐसी शिकायतें मिल रही थीं कि कई कर्मचारी ‘आधार आधारित बायोमैट्रिक हाजिरी प्रणाली’ में हाजिरी नहीं लगा रहे। इसी कारण केंद्र सरकार ने वरिष्ठ अधिकारियों से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा है कि सभी विभाग नियमित रूप से कर्मचारियों की हाजिरी रिपोर्ट की निगरानी करें तथा आदतन देर से आने और जल्द कार्यालय छोड़ देने वाले कर्मचारियों की इस कुप्रवृत्ति को सख्ती से रोकें। इसके दृष्टिगत केंद्र सरकार के सभी संस्थानों को ‘डिपार्टमैंट आफ पर्सोनल एंड ट्रेनिंग’ द्वारा जारी मैमोरंडम में ‘आधार इनेबल्ड बायोमैट्रिक हाजिरी प्रणाली’ का सख्ती से पालन करवाने का आदेश देते हुए कहा गया है कि किसी भी कर्मचारी के लेट आने पर आधे दिन की छुट्टी काटी जाएगी।
मैमोरंडम के अनुसार, ‘‘आदतन लेट आने और जल्दी जाने की कर्मचारियों की प्रवृत्ति को अत्यंत गंभीरतापूर्वक लेते हुए हतोत्साहित करना चाहिए और नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध भारत सरकार के नियमों के अनुसार कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।’’ ‘‘इसके साथ ही ऐसे कर्मचारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपते समय या ट्रेनिंग कार्यक्रमों में भेजते समय उनकी समय की पाबंदी और हाजिरी के रिकार्ड को ध्यान में रखना चाहिए।’’
अधिकारियों-कर्मचारियों में लेट-लतीफी के रुझान से सरकारी कार्यालयों का कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहा है तथा आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ती है। इस पर रोक लगाने के लिए लेट-लतीफ और कार्यालय से जल्दी चले जाने वाले सरकारी कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करना समय की मांग है।—विजय कुमार