Edited By ,Updated: 09 Jul, 2024 05:09 AM
वैसे तो हमारे जन प्रतिनिधियों से देशवासियों का मार्गदर्शन कर सही दिशा देने की उम्मीद की जाती है परंतु दूसरों को मार्गदर्शन देना तो एक ओर, अनेक राजनीतिज्ञ तो अपनी संतानों पर ही नियंत्रण नहीं रख पा रहे।
वैसे तो हमारे जन प्रतिनिधियों से देशवासियों का मार्गदर्शन कर सही दिशा देने की उम्मीद की जाती है परंतु दूसरों को मार्गदर्शन देना तो एक ओर, अनेक राजनीतिज्ञ तो अपनी संतानों पर ही नियंत्रण नहीं रख पा रहे। इनके बच्चे अपने अभिभावकों की सत्ता के नशे में चूर होकर ओवर स्पीडिंग द्वारा सड़क दुर्घटनाएं करके निर्दोष लोगों के प्राण ले रहे हैं। स्थिति की गंभीरता का अनुमान पिछले लगभग 8 महीनों की निम्न घटनाओं से लगाया जा सकता है :
* 22 नवम्बर, 2023 को लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में महिला ए.एस.पी. श्वेता श्रीवास्तव के इकलौते 10 वर्षीय बेटे नमिश को उनकी आंखों के सामने अपनी एस.यू.वी. (बड़ी कार) से रौंद कर मार डालने के आरोप में पुलिस ने सपा नेता तथा बाराबंकी जिला पंचायत के पूर्व सदस्य रविंद्र सिंह के बेटे सार्थक सिंह और उसके दोस्त देवश्री वर्मा को गिरफ्तार किया। घटना के समय दोनों 150 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से रेस लगा रहे थे।
* 16 दिसम्बर, 2023 को ‘भारतीय जनता युवा मोर्चा’ के नेता अश्वजीत गायकवाड़ ने अपनी एस.यू.वी. (बड़ी कार) से अपनी प्रेमिका को कुचल दिया।
* 17 जून, 2024 रात को चेन्नई में ‘वाई.एस.आर. कांग्रेस’ के राज्यसभा सांसद ‘बीड़ा मस्तान राव’ की बेटी ‘बीड़ा माधुरी’ अपनी तेज रफ्तार बी.एम. डब्ल्यू. कार से फुटपाथ पर सो रहे एक 21 वर्षीय पेंटर को रौंद कर फरार हो गई। उसे बाद में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन तुरंत बाद ही उसे जमानत भी मिल गई।
* 23 जून, 2024 को पुणे में पुणे-नासिक हाईवे पर विपरीत दिशा में तेज रफ्तार से कार चला रहे ‘राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी’ के ‘पुणे खेड’ के विधायक ‘दिलीप मोहिते पाटिल’ के भतीजे ‘मयूर मोहिते पाटिल’ ने दो बाइक सवार युवकों को टक्कर मार दी। इनमें से ‘ओम भालेराव’ नामक युवक काफी ऊंचा उछल कर जमीन पर जा गिरा। छाती और सिर पर गंभीर चोटें आने के फलस्वरूप ‘ओम भालेराव’ की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि दूसरा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना के बाद भी कार से बाहर निकलने की बजाय ‘मयूर मोहित पाटिल’ कार में ही बैठा रहा और उसने घायलों की कोई सहायता नहीं की।
* और अब 6-7 जुलाई, 2024 की दरम्यानी रात को महाराष्ट्र में सत्ताधारी शिव सेना (शिंदे गुट) के पालघर में डिप्टी लीडर राजेश शाह के बेटे मिहिर शाह (24) ने मुंबई के वर्ली में अपनी तेज रफ्तार बी.एम.डब्ल्यू. कार से एक स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि स्कूटी पलट गई और उस पर सवार पति-पत्नी कार के बोनट पर आ गिरे। पति तो खुद को बचाने की कोशिश में बोनट से कूद गया लेकिन पत्नी (45) नहीं उठ सकी। मिहिर शाह भागने की हड़बड़ी में महिला को कार से लगभग 100 मीटर तक घसीटता ले गया जिसके परिणामस्वरूप उसकी मौत हो गई और फिर वह अपने ड्राइवर के साथ कार लेकर भाग गया। मुम्बई पुलिस के अनुसार मिहिर शाह घटना के समय नशे में था और जूहू के बार से शराब पीकर लौट रहा था। पहले तो उसने ड्राइवर को लांग ड्राइव पर चलने को कहा और फिर वर्ली में कार स्वयं चलाने की जिद करने लगा और ड्राइवर से कार ले ली।
घटना के बाद मिहिर शाह के फरार हो जाने पर उसके पिता राजेश शाह को गिरफ्तार कर लिया गया और अगले दिन 8 जुलाई को उसे जमानत भी मिल गई।
देश में हाल ही में बहुत कम समय के भीतर प्रभावशाली लोगों के बच्चों द्वारा तेज रफ्तार से वाहन चलाते हुए लोगों को रौंद डालने की उक्त घटनाएं सामने आई हैं और ऐसे लोगों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई होने की बजाय उन्हें आनन-फानन में जमानत भी मिल रही है। अत: ऐसे अपराधों में संलिप्त पाए जाने वाले नेताओं के बच्चों से भी आम अपराधियों जैसा व्यवहार करते हुए उन्हें कठोर दंड देना चाहिए ताकि इनके गलत कृत्यों से निर्दोष लोगों की जान खतरे में न पड़े। —विजय कुमार