Edited By Piyush Sharma,Updated: 02 Dec, 2021 05:37 PM
लेम्बोर्गिनी खरीदने के लिए इंसान के पास दो ही च्वॉइस होती हैं, या तो आप इसे खरीद सकते हैं, या नहीं खरीद सकते हैं। लेकिन टेक्सास के ह्यूस्टन में एक आदमी ने इसके लिए तीसरा रास्ता निकाल लिया। उस व्यक्ति ने कथित तौर पर कोविड के समय अपनी तीन कंपनियों में...
ऑटो डेस्क : लेम्बोर्गिनी खरीदने के लिए इंसान के पास दो ही च्वॉइस होती हैं, या तो आप इसे खरीद सकते हैं, या नहीं खरीद सकते हैं। लेकिन टेक्सास के ह्यूस्टन में एक आदमी ने इसके लिए तीसरा रास्ता निकाल लिया। उस व्यक्ति ने कथित तौर पर कोविड के समय अपनी तीन कंपनियों में पेरोल की देखभाल करने के लिए कम-ब्याज पर मिले इमरजैंसी रुपयों का उपयोग एक शानदार लेम्बोर्गिनी उरुस खरीदने के लिए कर लिया।
एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, ली प्राइस III ने उस समय यह कहकर पैसे लिए थे कि उन्हें अपनी तीन कंपनियों में कर्मचारियों को वेतन का भुगतान करना है और इसलिए उन्हें पेचेक प्रोटेक्शन प्रोग्राम के तहत $2.6 मिलियन मिले। लेकिन प्राइस ने 2,33,000 डॉलर मूल्य की लेम्बोर्गिनी उरुस खरीदने, व्यक्तिगत कर्जे को साफ करने, रोलेक्स घड़ी खरीदने, स्ट्रिप क्लबों में मस्ती करने में उन रुपयों का उपयोग किया। उन्होंने उसी फंड से $85,000 की लागत का एक फोर्ड एफ-350 भी खरीदा।
फिलहाल प्राइस को गिरफ्तार कर लिया गया है। कोर्ट ने उन्हें धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के लिए दोषी ठहराया है और जेल की सजा सुनाई गई है। प्राइस का मामला ऐसा अकेला मामला नहीं है, क्योंकि इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जब व्यक्तियों और बिजनेस कर रहे मालिकों ने कोविड फंड का दुरुपयोग किया है। इससे पहले कैलिफ़ोर्निया के एक व्यक्ति ने कथित तौर पर एक फेरारी, लेम्बोर्गिनी एवेंटाडोर एस और एक बेंटले कॉन्टिनेंटल जीटी खरीदने के लिए इस आपातकालीन धन का उपयोग किया।