Edited By Radhika,Updated: 31 Oct, 2022 02:51 PM
कहते हैं कि हर व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से अलग होता है और साथ ही शौक भी अलग- अलग होते हैं , जैसे कई लोगों को एडवेंचर करना तो कुछ को रोड ट्रिप्स करना काफी पसंद होता है। लेकिन रोड ट्रिप करना एक आसान काम नही है।
ऑटो डेस्क: कहते हैं कि हर व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से अलग होता है और साथ ही शौक भी अलग- अलग होते हैं, जैसे कई लोगों को एडवेंचर करना तो कुछ को रोड ट्रिप्स करना काफी पसंद होता है। लेकिन रोड ट्रिप करना एक आसान काम नही है। इसके लिए शारीरिक व आर्थिक तौर पर मज़बूत होने की आवश्यकता होती है। वही यदि अगर हम कार.. से क्रॉस-कंट्री रोड ट्रिप करने के बारे में सोचते हैं, तो आमतौर पर परमिट, वीजा आदि प्राप्त करने में बहुत सारी परेशानियां सामने आती है।
यहां हम आपके लिए लेकर आए हैं ऐसे ही एक व्यक्ति श्री लखविंदर सिंह की कहानी जिन्होंने USAसे भारत तक का सफर केवल 53 दिनों में पूरा किया। आइए 'राइड एंड ड्राइव' के YouTube वीडियो के ज़रिए जानते हैं उनकी पूरी यात्रा का संक्षिप्त सारांश -
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लखविंदर सिंह बताते हैं कि रोड ट्रिप के लिए नए Toyota Tacoma मिड-साइज़ पिक-अप ट्रक को $60,000 USD में खरीदा था। इस रोड ट्रिप का विचार उन्हें महामारी के दौरान 2 महीने के लॉकडाउन में आया। लॉकडाउन में उन्होंने कुछ नया और अलग करने का फैसला लिया और इसी के चलते USA से भारत की यात्रा करने का प्लान बनाया। इस प्लान को बनाने में उन्हें लगभग 3 साल का समय लगा।
53 साल के लखविंदर सिंह ने आगे बताया कि 23 देश, 22,000 किलोमीटर की यूएस से जालंधर (पंजाब, भारत) दूरी पूरी करने में 53 दिनों का समय लगा। इस रोड ट्रिप पर तकरीबन 1 करोड़ रुपए का खर्च आया, जो पूरी तरह से उनके द्वारा उठाया गया। Documentation process के दौरान आई समस्याओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ईरान का वीजा प्राप्त करने में लगभग 1.5 साल लग गया और पाकिस्तान के वीज़ा के लिए भी काफी समय लगा। सफर के दौरान फ्यूल पर किए गए खर्च की पेमेंट भी उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड से ही की है। यात्रा के दौरान उनके पिकअप-ट्रक की स्पीड 250 Kmph की थी। ज्यादा स्पीड के कारण उन्होंने 4 बार (1 सर्बिया में, 2 तुर्की में और 1 पाकिस्तान में) जुर्माना देना पड़ा, जबकि यूरोप में ऑटोमेटिक सिस्टम के होने के कारण उन्हें चालान की जानकारी नहीं है।
बता दें कि, कार को USA से UK तक एक जहाज की सहायता से ले जाया गया था, जबकि लंदन से पेरिस तक का सफर 37-38 मिनट में ट्रेन द्वारा कार को ले जाया गया था। वे आगे बताते हैं कि सभी देशों के लिए केवल एक ही प्रवेश वीजा प्राप्त किया था, इसलिए वह सड़क के रास्ते यूएसए वापस नहीं जा सकते, लेकिन फिर भी वह अपने पिकअप ट्रक को वापस यूएसए भेजने की कोशिश ज़रुर करेंगे। लखविंदर ने पिकअप ट्रक के एक्सटीरियर पर graphical representational के ज़रिए इस पूरे सफर को समझाने की कोशिश भी की है।