Edited By Parminder Kaur,Updated: 27 Dec, 2024 01:28 PM
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात को AIIMS दिल्ली में निधन हो गया। वे भारत के प्रधानमंत्री के रूप में 10 साल तक देश की सेवा की। अपने शांत स्वभाव और सादगी के कारण लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। प्रधानमंत्री रहते हुए भी 2013 के...
ऑटो डेस्क. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर की रात को AIIMS दिल्ली में निधन हो गया। वे भारत के प्रधानमंत्री के रूप में 10 साल तक देश की सेवा की। अपने शांत स्वभाव और सादगी के कारण लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय थे। प्रधानमंत्री रहते हुए भी 2013 के एफिडेविट में उनके पास सिर्फ 1996 मॉडल की Maruti 800 कार थी। इस कार से उनका खास लगाव था, यहां तक कि उन्होंने अपनी लग्जरी BMW को भी छोड़ दिया था।
एक साधारण और भरोसेमंद कार
मनमोहन सिंह के पास जो Maruti 800 थी। उसमें 796cc का 3 सिलेंडर वाला इंजन था, जो 37 bhp की पावर और 59 Nm का टार्क जनरेट करता था। इस कार में 28 लीटर का फ्यूल टैंक था और यह लगभग 16.6 किमी प्रति लीटर का माइलेज देती थी। 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री रहने के दौरान उनके पास एक BMW 7 सीरीज भी थी, जो भारत की सबसे सुरक्षित कारों में से मानी जाती थी। हालांकि, मनमोहन सिंह ने Maruti 800 को अपनी पसंदीदा कार के रूप में चुना और इसको लेकर उनका अपनापन कुछ और ही था।
Maruti 800 को लेकर मनमोहन सिंह का खास लगाव
योगी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने डॉ. मनमोहन सिंह के साथ अपने पुराने दिनों को याद करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री आवास में Maruti 800 चमचमाती काली BMW के पीछे खड़ी रहती थी। डॉ. साहब बार-बार मुझसे कहते, 'मुझे इस लग्जरी कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गाड़ी तो यह Maruti 800 है।'"
असीम अरुण ने आगे बताया कि प्रधानमंत्री का काफिला निकलने के बाद भी उनकी Maruti 800 हमेशा वहीं खड़ी रहती थी, जब असीम ने उन्हें समझाने की कोशिश की कि BMW सुरक्षा कारणों से जरूरी है, तो डॉ. साहब ने बताया कि उनकी Maruti 800 के प्रति गहरी भावनाएं थीं। यह इस बात का प्रतीक था कि चाहे ओहदा कितना भी बड़ा हो, इंसान को अपनी जड़ों से जुड़े रहना चाहिए।
आम आदमी की कार
Maruti 800 भारतीय कारों में एक आइकन मानी जाती थी। इसकी सॉलिड बॉडी और दमदार इंजन के कारण यह कार देश भर में बेहद लोकप्रिय थी। हालांकि, समय के साथ कंपनी ने Maruti 800 के इंजन को अपडेट नहीं किया और अंततः इसे बंद करना पड़ा। कंपनी का कहना था कि अगर इस कार के इंजन को अपडेट किया जाता तो इसकी कीमत बहुत बढ़ जाती और यह आम आदमी की पहुंच से बाहर हो जाती।