Edited By ,Updated: 30 May, 2016 11:51 PM
इसे आप शिक्षा का उच्चतम स्तर कहेंगे या निम्न स्तर। स्थितियां दो हैं, एक 500 में से 444 अंक प्राप्त करके टॉप ...
हाजीपुर: इसे आप शिक्षा का उच्चतम स्तर कहेंगे या निम्न स्तर। स्थितियां दो हैं, एक 500 में से 444 अंक प्राप्त करके टॉप करना और दूसरा अपने ही विषयों के बारें में कोई ज्ञान न होना। हम दोनों स्थितियों को आपके सामने पेश कर रहे हैं। आप ही निर्णय कीजिए कि बिहार में शिक्षा का स्तर कैसा है।
जिला हजीपुर में रहने वाली रूबी राय ने 500 में से 444 अंक प्राप्त कर आटर्स ग्रुप में टॉप किया है। जब उनसे एक इंटरव्यू में पूछा गया कि आप क्या बनना चाहती हैं तो रूबी ने जवाब दिया कि वे एएसआई बनना चाहती है। हैरानी की बात यह है कि रुबी को इतना भी नहीं पता कि उसके 12वीं में कितने विषय थे। 12वीं कक्षा में 5 विषय होते हैं लेकिन इस टॉपर के अनुसार 6 विषय होते हैं।
हद तो तब हो गई जब रूबी को उसके विषय का सही नाम और मतलब तक नहीं पता था। वह पोलिटिक्ल साइंस विषय को प्रोडीकल के नाम से बोलने लगी। रुबी से इसका मतलब पूछा गया तो उसके अनुसार प्रोडीकल या पोलिटिक्ल विषय में खाना बनाना सिखाया जाता है। उनके इन जवाबों को देखकर यकीन नहीं होता कि वह 12वीं कक्षा में 444 अंक प्राप्त कर टॉप कैसे कर गई।