Edited By ,Updated: 20 Jun, 2024 05:28 AM
![a newly constructed bridge in bihar collapsed before its inauguration](https://img.punjabkesari.in/multimedia/914/0/0X0/0/static.punjabkesari.in/2024_6image_05_28_08731235000-ll.jpg)
बिहार के अररिया जिले में ‘बकरा नदी’ पर 12 करोड़ रुपए की लागत से ‘कुरमा कांटा’ और ‘सिकटा’ क्षेत्रों को आपस में जोडऩे वाले नवनिर्मित पुल का एक हिस्सा 18 जून को गिर गया। यह पुल 2023 में बन कर तैयार हुआ था लेकिन इसके दोनों ओर लिंक रोड का निर्माण न होने...
बिहार के अररिया जिले में ‘बकरा नदी’ पर 12 करोड़ रुपए की लागत से ‘कुरमा कांटा’ और ‘सिकटा’ क्षेत्रों को आपस में जोडऩे वाले नवनिर्मित पुल का एक हिस्सा 18 जून को गिर गया। यह पुल 2023 में बन कर तैयार हुआ था लेकिन इसके दोनों ओर लिंक रोड का निर्माण न होने के कारण इसका उद्घाटन लटकता आ रहा था। पिछले 13 वर्षों में यह पुल तीसरी बार बनाया जा रहा था।
बिहार में गत 2 वर्षों में पुल गिरने का यह पांचवां मामला है। इससे पहले 16 जनवरी, 2023 को दरभंगा में, 19 फरवरी, 2023 को पटना जिले में बिहटा-सरमेरा फोरलेन पुल, 19 मार्च, 2023 को सुपौल में कोसी नदी पर बना पुल तथा 4 जून, 2023 को सुल्तानगंज से खगडिय़ा के अगवानी गंगाघाट पर 600 करोड़ रुपए की लागत से निर्माणाधीन पुल के पिलर नंबर 10,11, और 12 अचानक गिर कर नदी में बह चुके हैं। कवि कुमार विश्वास ने इस पुल के गिरने पर एक न्यूज पोस्ट को ट्वीट करते हुए लिखा है कि ‘‘अपने निर्माण में हुए प्रचंड भ्रष्टाचार से आहत होकर एक गैरतमंद पुल ने नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली।’’ एक अन्य टिप्पणीकार ने लिखा, ‘‘अपनी आहुति देकर पुल ने कई लोगों की जान बचा ली।’’
हालांकि इस मामले में तत्कालीन सहायक इंजीनियर और जूनियर इंजीनियरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करके संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध एफ.आई.आर. दर्ज करने और उसे काली सूची में डालने का निर्देश राज्य सरकार ने दे दिया है, परंतु इतना ही काफी नहीं है। यह घटनाक्रम बिहार में पुराने पुलों की देखभाल में लापरवाही व नए पुलों के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की ओर संकेत करता है। अत: इस मामले में जांच कर दोषी पाए जाने वालों के विरुद्ध जल्द से जल्द कठोरतम कार्रवाई करने और उन्हीं से इस मामले में हुई क्षति की रकम वसूल करने की जरूरत है।—विजय कुमार