Edited By ,Updated: 19 Aug, 2024 05:53 AM
उत्तर प्रदेश के शाही गांव में एक माचिस जैसी सिलाई की दुकान में सिलाई मशीनों की लयबद्ध ध्वनि अचानक बंद हो जाती है जब एक हिंदी समाचार चैनल का एंकर दिन की सनसनीखेज खबर की घोषणा करता है।
उत्तर प्रदेश के शाही गांव में एक माचिस जैसी सिलाई की दुकान में सिलाई मशीनों की लयबद्ध ध्वनि अचानक बंद हो जाती है जब एक हिंदी समाचार चैनल का एंकर दिन की सनसनीखेज खबर की घोषणा करता है। एक सैकंड के अंतराल में ऑडियो का वॉल्यूम बढ़ जाता है और राहगीर यह सुनने के लिए रुक जाते हैं कि स्थानीय समाचार चैनल उस व्यक्ति के बारे में क्या कह रहा है जिसने कथित तौर पर गांव में 6 महिलाओं की हत्या कर दी थी। समाचार चैनल का कहना है कि गन्ने के खेतों में घूमते हुए यह आदमी 45 से 55 वर्ष की उम्र की महिलाओं को निशाना बनाता था। ये काम करने वाली या अकेले चलने वाली महिलाएं थीं। कथित सीरियल किलर की एक झलक पाने के लिए लोग स्थानीय पुलिस स्टेशन से 300 मीटर की दूरी पर स्थित दुकान के प्रवेश द्वार पर ताक-झांक करते हुए भीड़ लगाते हैं।
गन्ने के खेत और आम के बगीचे से घिरे शाही गांव के निवासियों के लिए पिछले कुछ महीनों में डर का माहौल बढ़ गया है। प्रदेश पुलिस के अनुसार यू.पी. के बरेली जिले के शाही और शीशगढ़ गांव के आसपास 10 किलोमीटर के दायरे में 9 महिलाओं की मौत हो गई, जब वे घर वापस जा रहीं थीं या खेत में अकेले काम कर रहीं थीं। अधेड़ उम्र की महिलाओं को उनके पल्लू या दुपट्टे से बांध दिया गया था। यौन उत्पीडऩ के कारण सभी के शरीर पर चोट के निशान थे। उनके बीच समानता होने के कारण जून और दिसंबर 2023 के बीच हुई 8 हत्याओं को अलग-अलग घटनाओं के रूप में माना गया। 4 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। 1 जुलाई को, लगभग 7 महीनों के बाद नौवीं हत्या हुई। 46 वर्षीय महिला की गला दबाकर हत्या कर दी गई और शव को बुजहिया जगीर गांव में गन्ने के खेत में छोड़ दिया गया। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य कहते हैं कि पुलिस ने सीरियल किलर की संभावना पर विचार करना शुरू कर दिया।
आर्य कहते हैं कि हमने अपने बल को जांच की 2 शाखाओं में विभाजित किया, जिसमें कुल 22 टीमें थीं। एक टीम सभी हत्याओं को देखेगी और दूसरी टीम प्रत्येक मामले को अलग मानेगी। उन्होंने इसे ऑप्रेशन तलाश का नाम दिया। एक महीने बाद 3 अगस्त को पुलिस ने 3 स्कैच जारी किए, एक आदमी, जो तिरछी आंखों वाला पतला और छोटा था, एक और जो करीब से इसी जैसा दिखता था और एक तिहाई ऐसे लोग थे जो बिल्कुल अलग दिखते थे। 9 अगस्त को शाम करीब 6:45 बजे उ.प्र. पुलिस ने बुजहिया जागीर और दारा गांव के बीच एक गन्ने के खेत से 35 वर्षीय कुलदीप कुमार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। कुलदीप से उसकी कथित प्रेरणाओं को समझने की जरूरत है। चिकित्सा विशेषज्ञ और एक मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ उपस्थित थे। मैंने उससे उसी तरह बात की जैसे मैं एक बच्चे से करता हूं और उसे आश्वासन दिया कि अगर वह हमें हत्याओं के स्थानों पर ले गया तो मैं उसके लिए पत्नी ढूंढूंगा और उससे शादी करवा दूंगा। समझाते समय उसका चेहरा बच्चों जैसी खुशी से चमक उठा। एक अन्य अधिकारी का कहना है कि उसने 6 महिलाओं को कैसे मार डाला।
पुलिस का यह भी दावा है कि कई सिलसिलेवार हत्यारों के विपरीत कुलदीप महिलाओं का पीछा नहीं करता था,बल्कि जब वह उन्हें अकेला पाता तो नशे की तलाश में गन्ने के खेतों में घूमता था और उन्हें निशाना बनाता था। अधिकारी कहते हैं कि वह इन महिलाओं को अपना शिकार कहता था और मानता था कि वे अच्छी महिलाएं नहीं थीं। अधिकारी के मुताबिक पूछताछ के दौरान कुलदीप ने पुलिस को बताया कि उसका महिलाओं के साथ जबरदस्ती करने का कभी इरादा नहीं था, वह सीधे तौर पर उनसे यौन संबंध बनाने के लिए कहता था और जब वे मना कर देती थीं तो वह अपना आपा खो देता था और हमला कर देता था हालांकि पुलिस का दावा है कि उनकी जांच ने सभी चीजों को एक साथ जोड़ दिया है लेकिन स्थानीय लोगों का मानना है कि मामले को जल्दी सुलझाने के लिए कुलदीप को फंसाया गया है।
राजीव जिसकी मां का शव 3 जुलाई को गन्ने के खेत में मिला था ,का कहना है कि उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच संतोषजनक नहीं थी। उनका कहना है कि परिवार ने पुलिस को कुछ ऐसे लोगों के बारे में सूचित किया था जिन पर उन्हें संदेह था कि उन्होंने उनकी मां की हत्या की होगी लेकिन पुलिस सिर्फ मामले को बंद करने के लिए उनकी हत्या को बाकी लोगों के साथ जोडऩा चाहती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत के समय से पता चलता है कि कुलदीप ने उस पर दोपहर के आस-पास हमला किया था। बाकरगंज में जहां कुलदीप और उसका परिवार रहता है उन गांवों से लगभग 50 किलोमीटर दूर है जहां उसने कथित तौर पर अपराध किए थे। ग्रामीण मामले पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। पुलिस द्वारा प्रैस कांफ्रैंस में सबूत पेश करने के बावजूद कई लोग जांच से संतुष्ट नहीं हैं। कुलदीप के सौतेले भाई राज कुमार का कहना है कि उन्हें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। मैंने उसे कभी किसी को मिलते नहीं देखा। किसी पर गुस्सा करना या किसी महिला के साथ हिंसक होना तो दूर की बात है।
निवासियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह बताया है कि कैसे पुलिस का स्कैच उन कपड़ों से पूरी तरह मेल खाता है जिस दिन कुलदीप को मीडिया के सामने पेश किया गया था। उसने चैक वाली शर्ट पहनी हुई थी, जिससे पता चलता है कि पुलिस ने उसे बहुत पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। उन्होंने रेखाचित्र सांझा किए। कुलदीप फि लहाल पुलिस रिमांड में है और उस पर हत्या और यौन उत्पीडऩ से संबंधित भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।-अलीशा दत्ता