Edited By ,Updated: 15 Feb, 2025 05:16 AM
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बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस नेतृत्व अपनी राज्य इकाई को मजबूत करने के लिए अपना ध्यान बिहार पर केन्द्रित कर रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने दिसम्बर 2022 में अखिलेश सिंह को बी.पी.सी.सी. अध्यक्ष नियुक्त किया...
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, कांग्रेस नेतृत्व अपनी राज्य इकाई को मजबूत करने के लिए अपना ध्यान बिहार पर केन्द्रित कर रहा है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने दिसम्बर 2022 में अखिलेश सिंह को बी.पी.सी.सी. अध्यक्ष नियुक्त किया और वह लालू प्रसाद के करीबी हैं। कई राज्य कांग्रेस नेताओं ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी नेतृत्व पर राज्यसभा सांसद और राज्य प्रमुख अखिलेश सिंह की जगह दलितों या अल्पसंख्यकों से किसी चेहरे को लाने का दबाव बनाया। हालांकि कांग्रेस को लगता है कि राहुल गांधी का संविधान और समावेशिता पर जोर मुस्लिम और दलित मतदाताओं के भीतर गहराई से समा गया है जो उन्हें अपने मुद्दों को उठाने वाले सबसे मुखर व्यक्ति के रूप में देखते हैं। जबकि राज्य कांग्रेस नेताओं का एक वर्ग राज्य में मुसलमानों को लुभाने के लिए मुस्लिम अध्यक्ष की मांग कर रहा है। हाल ही में कांग्रेस नेता और पार्टी के बिहार सह-प्रभारी शाहनवाज आलम ने चिंता व्यक्त की थी कि अगर गठबंधन राज्य में अगली सरकार बनाता है तो पार्टी 2 उपमुख्यमंत्री चाहेगी जिसमें एक मुस्लिम भी शामिल हो। 2023 में बिहार जाति सर्वेक्षण के अनुसार राज्य की आबादी में मुसलमानों की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी 17.7 प्रतिशत है। 28 जनवरी को कांग्रेस ने जनता दल (यू)के पूर्व राज्यसभा सांसद और ऑल इंडिया पसमांदा मुस्लिम महाज के प्रमुख अली अनवर अंसारी का अपने पाले में स्वागत किया।
दिल्ली तो ट्रेलर है और बिहार अभी आना बाकी : दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही पटना में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। बिहार और राष्ट्रीय स्तर के कई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एन.डी.ए.) नेताओं ने पूरी तरह से आश्वस्त होकर कहा है कि बिहार में भगवा पार्टी की सरकार बनेगी। केन्द्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सैक्युलर)के संस्थापक जीतन मांझी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक संदेश पोस्ट किया था, जिसमें दावा किया गया था कि दिल्ली तो ट्रेलर है और बिहार अभी आना बाकी है। वहीं बिहार के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने दावा किया था कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विकास कार्यों की बदौलत एन.डी.ए. को बिहार में 200 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। वहीं राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने बिहार में भाजपा के सरकार बनाने के दावों को सिरे से खारिज कर दिया। लालू ने कहा था,‘‘बिहार में कोई असर नहीं होगा,उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा।’’
महा विकास अघाड़ी में दरार : महाराष्ट्र में राजनीतिक गतिविधि तेज हो गई है क्योंकि एन.सी.पी .(एस.) प्रमुख शरद पवार ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सम्मानित किया। इस कदम से शिवसेना (यू.बी.टी.)नाराज है और पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने एकनाथ शिंदे को सम्मानित करने के लिए पवार की कड़ी आलोचना की, जिससे महाराष्ट्र के विपक्षी महा विकास अघाड़ी में दरार और बढ़ गई। हालांकि, शिंदे जिन्होंने पूर्ववर्ती शिवसेना को विभाजित किया और 2022 में उद्धव सरकार को गिराने के लिए भाजपा के साथ गठबंधन किया, उन्हें मंगलवार को दिल्ली में महादजी शिंदे राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पवार ने न केवल पुरस्कार प्रदान किया बल्कि कार्यक्रम में शिंदे की प्रशंसा भी की। उन्होंने सांझा किया कि उन्होंने ठाणे, नवी मुम्बई और मुम्बई के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। पवार और शिंदे के बीच दिखावे की दोस्ती ने उद्धव ठाकरे को नाराज कर दिया और राउत ने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। राउत ने कहा,‘‘उन्होंने (शिंदे और शाह) बालासाहेब ठाकरे द्वारा स्थापित पार्टी को बर्बाद करने के लिए हाथ मिलाया था और ऐसे व्यक्ति को सम्मानित किया जा रहा है। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र और मराठी मानुष का घोर अपमान किया गया है।’’ इस आक्रोश ने संकेत दिया कि एमवीए गठबंधन भी मुश्किल में है।
कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार है टी.एम.सी. : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन की संभावना को सामने लाने के बाद, टी.एम.सी. के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि वे अगले साल होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन करने के विचार के लिए तैयार हैं। अभिषेक ने कहा,‘‘हमने पहले भी स्पष्ट रूप से कहा है कि हम ‘इंडिया’ गठबंधन का हिस्सा बने रहेंगे। लेकिन अगर कांग्रेस बेहतर सीट बंटवारे की व्यवस्था पर विचार करने के लिए तैयार नहीं है तो हम आगे बढ़ेंगे और अपनी शर्तों पर चुनाव लड़ेंगे। हमने अकेले चुनाव लड़ा और हम यहां हारे नहीं।’’
कांग्रेस में बड़े संगठनात्मक फेरबदल की शुरूआत : कांग्रेस में बड़े संगठनात्मक फेरबदल की शुरूआत हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने गुरुवार को हर्षवर्धन सपकाल को पार्टी की महाराष्ट्र इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया। सपकाल ने नाना पटोले की जगह ली है, जिन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद इस्तीफा दे दिया था। खरगे ने महाराष्ट्र में कांग्रेस विधायक दल के नए नेता के रूप में विजय नामदेवराव वडेट्टीवार की नियुक्ति को भी मंजूरी दी जो राज्य में पार्टी के नेतृत्व ढांचे में स्पष्ट बदलाव का संकेत है। वहीं ओडिशा को नया अध्यक्ष भक्त चरण दास मिला है।-राहिल नोरा चोपड़ा