किसानों को लेकर कांग्रेस और ‘आप’ के बीच मतभेद उभरे

Edited By ,Updated: 22 Mar, 2025 06:04 AM

differences emerged between congress and aap regarding farmers

पंजाब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों पर की गई कार्रवाई के मद्देनजर प्रमुख ‘इंडिया’ ब्लॉक पार्टियों कांग्रेस और ‘आप’ के बीच संबंधों में मतभेद बढ़ गए हैं जिसमें कांग्रेस ने ‘आप’ के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के साथ-साथ भाजपा शासित केंद्र को भी कटघरे...

पंजाब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों पर की गई कार्रवाई के मद्देनजर प्रमुख ‘इंडिया’ ब्लॉक पार्टियों कांग्रेस और ‘आप’ के बीच संबंधों में मतभेद बढ़ गए हैं जिसमें कांग्रेस ने ‘आप’ के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के साथ-साथ भाजपा शासित केंद्र को भी कटघरे में खड़ा करने की पूरी कोशिश की है। सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक से लौटते समय मोहाली में हिरासत में लिया गया। 

पंजाब पुलिस ने शंभू और खनौरी बार्डर स्थलों से किसानों को हटाया  जो एक साल से अधिक समय से अवरुद्ध थे। कांग्रेस और संयुक्त किसान मोर्चा ‘एस.के.एम.’ ने गुरुवार को आरोप लगाया कि ‘आप’ और भाजपा ने कई कृषि नेताओं को हिरासत में लेने के बाद किसानों के खिलाफ हाथ मिला लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर लिखा, ‘‘ऐसा लगता है कि देश के अन्नदाताओं के खिलाफ दो किसान विरोधी पाॢटयों ने हाथ मिला लिया है।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय का दौरा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को महाराष्ट्र के नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय का दौरा करेंगे, जो 2014 में पदभार ग्रहण करने के बाद उनका पहला दौरा होगा। अपने दौरे के दौरान, मोदी आर.एस.एस. समर्थित संस्थान माधव नेत्रालय नेत्र संस्थान एवं अनुसंधान केंद्र में एक विस्तार परियोजना की आधारशिला रखेंगे। दूसरी ओर,मोदी और संघ नेताओं के बीच बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भाजपा को जल्द ही एक नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिलने वाला है जो इस साल शुरू होने वाले अगले दौर के राज्य चुनावों में पार्टी का नेतृत्व करेगा। 

आम चुनाव के बाद से भाजपा और आर.एस.एस. के बीच संबंध तनावपूर्ण हैं, जहां मोदी के नारे, ‘अबकी बार चार सौ पार’ को अति आत्मविश्वास के रूप में देखा गया था। भाजपा बहुमत से चूक गई। तब से, संबंधों को सुधारने के प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में चुनावों से पहले भाजपा नेतृत्व ने आर.एस.एस. के साथ कई बैठकें कीं, जहां समन्वित प्रयासों ने जीत में योगदान दिया। हाल के दिनों में, पी.एम. ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रशंसा की है,राष्ट्रीय मुद्दों के प्रति इसकी प्रतिबद्धता और इसके स्वयंसेवकों के समर्पण की सराहना की है। सूत्रों के अनुसार, मोदी की टिप्पणी उनकी पसंद के भाजपा अध्यक्ष के लिए समर्थन हासिल करने का संकेत हो सकती है।

अमित शाह का बिहार दौरा : पटना में राजनीतिक माहौल गरमा रहा है क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस महीने के अंत में बिहार में एन.डी.ए. नेताओं से मिलने आ सकते हैं। इस बैठक में इस साल अक्तूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति तैयार करने पर जोर दिया जा सकता है। शाह चुनिंदा तौर पर राज्य के भाजपा नेताओं और कार्यकत्र्ताओं से भी मिलेंगे। अमित शाह का यह दौरा इस बात के मद्देनजर महत्वपूर्ण है कि उन्होंने हाल ही में घोषणा की थी कि वह बिहार में डेरा डालेंगे और चुनाव अभियान की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे। शशि थरूर द्वारा पी.एम. मोदी की प्रशंसा : कांग्रेस सांसद शशि थरूर द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना ने वास्तव में कांग्रेस और राहुल गांधी को एक शर्मनाक स्थिति में डाल दिया है क्योंकि भाजपा ने कांग्रेस और उसके नेतृत्व पर निशाना साधा है। 

मंगलवार को नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग में ‘शांति कायम करना, पीछे मुड़कर देखना और आगे देखना’ शीर्षक से एक संवादात्मक सत्र के दौरान, थरूर ने कहा,‘‘मैं अभी भी अपने चेहरे से अंडे पोंछ रहा हूं क्योंकि मैं संसदीय बहस में एकमात्र व्यक्ति हूं जिसने वास्तव में फरवरी 2022 में उस समय भारतीय स्थिति की आलोचना की थी।’’ इससे पहले,थरूर ने रूस की कार्रवाइयों की निंदा की थी और तर्क दिया था कि भारत को संयुक्त राष्ट्र चार्टर, सीमाओं की अखंडता और यूक्रेन की संप्रभुता का उल्लंघन करने के लिए आक्रामकता की निंदा करनी चाहिए थी। अब थरूर ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन संघर्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रुख की प्रशंसा की है। 

थरूर ने कहा कि भारत ने स्थायी शांति के लिए खुद को एक अनोखे तरीके से स्थापित किया है। इस बीच राज्य में कांग्रेस का आंतरिक गुटबाजी का इतिहास रहा है। अगले साल केरल में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले, थरूर शायद राज्य में पार्टी के मामलों में अधिक हस्तक्षेप की इच्छा रखते हैं, जिसका राज्य कांग्रेस के नेता विरोध कर रहे हैं। पी.एम. मोदी की प्रशंसा में उनकी टिप्पणी शायद पार्टी नेतृत्व को यह संदेश दे कि वह सुनिश्चित करे कि उन्हें राज्य इकाई में उनका उचित हक मिले।

पिछड़े वर्गों की समृद्धि और उनके बेहतर और उचित हिस्से के लिए लड़ाई जारी रखेंगे राहुल : विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को ओ.बी.सी. सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों का प्रतिनिधित्व करने वाले एक महासंघ के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की और कहा कि वह पिछड़े वर्गों की समृद्धि और उनके बेहतर और उचित हिस्से के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। गांधी ने संसद भवन स्थित अपने कार्यालय में नैशनल कॉन्फैडरेशन ऑफ ओ.बी.सी. एम्प्लाइज वैल्फेयर एसोसिएशन (एन.सी.ओ.बी.सी.) के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।-राहिल नोरा चोपड़ा 
 

Related Story

    Trending Topics

    Afghanistan

    134/10

    20.0

    India

    181/8

    20.0

    India win by 47 runs

    RR 6.70
    img title
    img title

    Be on the top of everything happening around the world.

    Try Premium Service.

    Subscribe Now!