गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी : आगाज से अब तक

Edited By ,Updated: 24 Nov, 2019 03:53 AM

guru nanak dev university from the start till now

श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित ‘फैले विद्या चानन होई’ की विचारधारा के अंतर्गत स्थापित की गई गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के आगाज से लेकर वर्तमान समय तक के प्रभावों को पहचानती आज गोल्डन जुबली समारोह के सम्मुख खड़ी है। मगर...

 श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को समर्पित ‘फैले विद्या चानन होई’ की विचारधारा के अंतर्गत स्थापित की गई गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के आगाज से लेकर वर्तमान समय तक के प्रभावों को पहचानती आज गोल्डन जुबली समारोह के सम्मुख खड़ी है। मगर इसके दमदार इतिहास के आगे इसकी स्थापना के 50 वर्ष भी अदने महसूस होते हैं।

शैक्षिक, सांस्कृतिक और खेल क्षेत्र में इसके विशेष योगदान ने इस यूनिवर्सिटी को अन्य यूनिवर्सिटियों के मुकाबले कहीं ज्यादा सशक्त बना दिया है। इस यूनिवर्सिटी ने गुरु साहिब के कल्याणकारी संदेशों को आम लोगों तक पहुंचाने का निरंतर कार्य किया है, वहीं आर्ट्स से लेकर आधुनिक विज्ञान, टैक्नोलाजी तथा मैनेजमैंट इत्यादि क्षेत्रों के विस्तार के लिए व्यावहारिक तथा शोध जैसे भरपूर प्रयत्न किए हैं। इस विश्वविद्यालय के लिए सम्मान की बात है कि गोल्डन जुबली समारोह के समय इसका नेतृत्व चिकित्सा  के शोध क्षेत्र में विशिष्टता हासिल किए उच्च कोटि के शिक्षा शास्त्री माननीय वाइस चांसलर डा. जसपाल सिंह संधू कर रहे हैं। 

गोल्डन जुबली के मुख्य समारोह में माननीय श्री श्री रविशंकर जी, यूनेस्को के पूर्व राजदूत श्री चिरंजीव सिंह द्वारा तैयार किए गए शैक्षिक भाषण भी सुनने को मिलेंगे। जहां यूनिवर्सिटी ने सुनहरी युग में प्रवेश से पहले शैक्षिक, शोध, खेल तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में यू.जी.सी. से पोटैंशियल आफ एक्सीलैंस का दर्जा हासिल कर स्वयं को सम्मानित किया है, वहीं वर्ग-1 श्रेणी में जुड़ने का गौरव भी हासिल हुआ है। यूनिवर्सिटी ने 13 इमारतों के ऊपर सोलर ऊर्जा स्थापित कर बाहरी वाहनों के भीतर प्रवेश को कम करने जैसे अनेकों महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। यूनिवर्सिटी के भीतर साइकिलिंग को प्रोत्साहन दिया गया है। लोगों में जागृति पैदा करनेके लिए अनेक तरह के कैम्प लगाए गए हैं। ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाए गए हैं। यूनिवर्सिटी के शैक्षिक स्टाफ को पूरे भारत वर्ष में 12वां स्थान प्राप्त होने का गौरव हासिल है। 

यूनिवर्सिटी ने शोध क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय पीयर रिव्यूड शोध जर्नलों में अपने शोध पत्र छपवाकर निजी एच-इंडैक्स 98 कर लिया है। एक सर्वेक्षण के अनुसार गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी सबसे ज्यादा पेंटैंट अपने नाम करवाने वाली दूसरी यूनिवर्सिटी है। 2018 में यूनिवर्सिटी ने 9 पेटैंट अपने नाम दर्ज करवाकर यह गौरव हासिल किया था। विभिन्न विभागों तथा कालेजों में करीब 20 हजार विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करने वाली यह यूनिवर्सिटी क्षेत्र की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जिसने आनलाइन दाखिले, राज्यस्तरीय दाखिले की आनलाइन काऊंसलिंग और क्रैडिट आधारित मूल्यांकन प्रणाली चालू कर समय की नब्ज को पहचाना। 

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शैक्षिक मेलजोल स्थापित करने के लिए यूनिवर्सिटी ने अमरीका, जापान तथा यू.के.की विभिन्न यूनिवर्सिटियों से तालमेल किया है। राष्ट्रीय स्तर पर 27 अधिकृत सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाओं के साथ मेलजोल स्थापित करते हुए अपने दायरे को और विस्तृत किया है। वर्तमान सैशन के दौरान कृषि विभाग, मास कम्युनिकेशन विभाग, टूरिज्म एंड हास्पीटैलिटी और फिजियोथैरेपी से संबंधित चार नए विभाग स्थापित कर 8 नए कोर्स शुरू किए हैं। खेल क्षेत्र में जहां यूनिवर्सिटी ने 610 बार यूनिवर्सिटी, 1400 बार राष्ट्रीय, 17 बार अंतर्राष्ट्रीय स्तर के मैडल और अवार्ड हासिल किए हैं, वहीं 23वीं बार मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी जीतकर गोल्डन जुबली समारोह की शान को और बढ़ाया है।-दलजीत सिंह खैहरा 

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