Edited By ,Updated: 16 Oct, 2024 05:17 AM
आज एक ओर पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियार और नशे भिजवाए जा रहे हैं तो दूसरी ओर राष्ट्र विरोधी तत्वों ने भारत में ही अवैध हथियारों का निर्माण और तस्करी शुरू कर रखी है जो निम्र चंद ताजा उदाहरणों से स्पष्ट है :
आज एक ओर पाकिस्तान द्वारा भारत में हथियार और नशे भिजवाए जा रहे हैं तो दूसरी ओर राष्ट्र विरोधी तत्वों ने भारत में ही अवैध हथियारों का निर्माण और तस्करी शुरू कर रखी है जो निम्र चंद ताजा उदाहरणों से स्पष्ट है :
* 28 अगस्त को बुरहानपुर (मध्य प्रदेश) की ‘खकनार’ पुलिस ने अवैध हथियार सप्लाई करने वाले लखन नामक एक आरोपी को गिरफ्तार करके 5 पिस्तौल बरामद करने के बाद उसकी सूचना पर पचौरी में अवैध हथियार बनाने की फैक्टरी पर छापा मार कर 10 पिस्तौल तथा अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री जब्त की।
* 9 सितम्बर को मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) पुलिस ने ‘लकड़ी फजलपुर’ गांव में अवैध हथियारों की एक फैक्टरी पर छापा मार कर 20 पूरे बने तमंचों और 30 अद्र्धनिर्मित तमंचों सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया।
* 6 अक्तूबर को दिल्ली पुलिस ने इकराम व माशूक अली नामक 2 लोगों को गिरफ्तार कर एक अवैध बंदूक निर्माण फैक्टरी का भंडाफोड़ करके मेरठ के एक फ्लैट से 16 देसी पिस्तौल, 6 कारतूस, देसी पिस्तौल के 41 बैरल और अवैध हथियार बनाने में इस्तेमाल होने वाले 6 उपकरण जब्त किए।
* 6 अक्तूबर को ही नवादा (बिहार) के ‘खलसा ढिबरी’ गांव में एक मिनी गन फैक्टरी से 3 देसी बंदूकें, 3 देसी पिस्तौल व हथियार बनाने के औजारों सहित 2 आरोपियों ‘कारो मिस्त्री’ व ‘गोरु मियां’ को गिरफ्तार किया। आम तौर पर हम पाकिस्तान पर भारत में अवैध हथियारों की तस्करी करवाने के आरोप लगाते रहते हैं परंतु उक्त उदाहरणों से स्पष्ट है कि यहां तो अपने ही देश में जगह-जगह अवैध हथियार बनाने की फैक्टरियां लगी हुई हैं। अत: इन मामलों की गहराई से जांच करके इन गिरोहों की जड़ तक पहुंचना और उन्हें समूल नष्ट करने के लिए सरकार को तत्काल कठोरतम कदम उठाने की जरूरत है।—विजय कुमार