Edited By ,Updated: 27 Feb, 2025 05:24 AM
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कुछ समय से देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। एक ओर आम लोगों के विरुद्ध हत्या, लूटपाट, बलात्कार जैसे अपराध जोरों पर हैं तो दूसरी ओर पुलिस वाले भी अपराधी तत्वों से सुरक्षित नहीं रहे, जिसके परिणामस्वरूप आए दिन पुलिस परिसरों तक में चोरी की...
कुछ समय से देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है। एक ओर आम लोगों के विरुद्ध हत्या, लूटपाट, बलात्कार जैसे अपराध जोरों पर हैं तो दूसरी ओर पुलिस वाले भी अपराधी तत्वों से सुरक्षित नहीं रहे, जिसके परिणामस्वरूप आए दिन पुलिस परिसरों तक में चोरी की घटनाएं हो रही हैं, जिसके पिछले 6 महीनों के उदाहरण निम्न में दर्ज हैं :
* 9 सितम्बर, 2024 को ‘फतेहपुर’ (उत्तर प्रदेश) में सुबह के समय पुलिस बल के साथ गश्त करके लौटी थानेदार थाने के अंदर गाड़ी खड़ी करके बैरक पर आराम करने चली गई। गाड़ी की चाबी गाड़ी में ही छूट गई थी। तभी एक केस के मामले में थाने में पहले से बैठा ‘कन्हैया भास्कर’ नामक आरोपी गाड़ी स्टार्ट करके ले भागा। पहरेदार के शोर मचाने पर पुलिस ने बाहर आकर गाड़ी का मोटरसाइकिल से पीछा किया और 2 घंटे बाद जब गाड़ी डीजल समाप्त हो जाने के कारण एक पुल पर खड़ी हो गई तब पीछा कर रहे पुलिस कर्मियों ने आरोपी को पकड़ कर गाड़ी अपने कब्जे में ली।
* 10 अक्तूबर, 2024 को रोहतास (बिहार) जिले में ‘तिलौथू’ थाना परिसर के मालखाना की खिड़की तोड़ कर चोर वहां जमा जब्तशुदा सामान चुरा कर ले गए जबकि थाने के प्रभारी से लेकर वहां तैनात पुलिस कर्मचारी आराम फरमाते रहे।
थाने में चोरी की घटना का खुलासा चार दिन बाद थाने में लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज से हुआ। फुटेज से पता चला कि 29 सितम्बर से 2 अक्तूबर तक लगातार 4 दिन 13 से 15 वर्ष आयु के 4 नाबालिग चोर मालखाने से सामान चुराते रहे और वहां रखी अंग्रेजी शराब की बोतलें भी ले गए।
* 2 दिसम्बर, 2024 को ‘नूंह’ (हरियाणा) के सदर थाने में घुस कर चोरों ने वहां खड़े पुलिस द्वारा जब्त किए गए वाहनों के पुर्जे चुरा लिए। इस सिलसिले में पुलिस ने आरोपी चाचा-भतीजे को गिरफ्तार किया।
* 5 फरवरी, 2025 को बिहार की राजधानी ‘पटना’ के ‘कंकड़बाग’ थाने में चोरी की एक विचित्र घटना हुई। पुलिस ने शराब तस्करी के मामले में झारखंड के रजिस्ट्रेशन नम्बर वाली शराब से भरी एक लग्जरी गाड़ी जब्त की थी जिसे रात के समय थाना परिसर में घुस कर शराब तस्कर ही चुरा कर ले गया।
* 22 फरवरी, 2025 को ‘कानपुर’ (उत्तर प्रदेश) के ‘गोविंद नगर’ पुलिस थाने के मालखाने में रखी लगभग 40 लाख रुपए कीमत की नकदी, गहने और अन्य सामान गायब होने के संबंध में थाना प्रभारी ने मालखाना प्रभारी हैड मुहॢरर दिनेश जैन के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज किया। यह सारा सामान इस थाने में दर्ज 12 मुकद्दमों से संबंधित था।
उक्त घटना से कुछ दिन पहले ही पुलिस द्वारा जब्त किया गया सोना गायब करने के आरोप में रेल बाजार पुलिस थाने के इंस्पैक्टर को निलंबित किया गया था।
* 23 फरवरी, 2025 को ‘कानपुर’ (उत्तर प्रदेश) के ‘बर्रा’ पुलिस थाने में खड़ी की गई बुलेट मोटरसाइकिल पर चोरों ने हाथ साफ कर दिया। मामले का खुलासा तब हुआ जब मालखाना मुहॢरर ‘जितेंद्र ठाकरे’ ने थाने में खड़े मुकद्दमों से संबंधित वाहनों का मिलान शुरू किया जिसमें बुलेट मोटरसाइकिल के गायब होने का पता चला।उक्त उदाहरणों से जहां पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्रचिन्ह लग रहे हैं, वहीं लोगों का यह भी कहना है कि यदि पुलिस विभाग अपने ही कार्यालयों और आवासीय परिसरों की सुरक्षा नहीं कर सकता तो फिर उससे आम लोगों के जान-माल की सुरक्षा की कैसे आशा की जा सकती है।—विजय कुमार