Edited By ,Updated: 14 Dec, 2024 05:44 AM
मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में हुए प्रभावी कामों ने नए भारत की सशक्त पहचान बनाई है।
मोदी सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में हुए प्रभावी कामों ने नए भारत की सशक्त पहचान बनाई है। भारत के इतिहास में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में आधारभूत ढांचे के विकास पर इतना जोर दिया गया है और इसका प्रमाण है हर बीते वर्ष के साथ बजट में बुनियादी ढांचे पर सरकारी निवेश को बढ़ाया जाना। मोदी सरकार के पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में देश इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक बड़े बदलाव का साक्षी बना है। ये बदलाव सिर्फ आंकड़ों में नहीं बल्कि आंखों से नजर आते हैं। विकास के लिए मोदी सरकार का सबसे अधिक फोकस सड़क, हाईवे, रेल, अन्य लॉजिस्टिक व्यवस्था, बिजली, एयरपोर्ट, बंदरगाह जैसी इंफ्रास्ट्रक्चर सुविधाओं के विस्तार पर रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा।
मोदी सरकार द्वारा इस साल पूंजीगत व्यय के लिए 11,11,111 करोड़ रुपए का आबंटन किया गया है, जो हमारी जी.डी.पी.का 3.4 प्रतिशत है। 2014 के बाद से सड़क परिवहन और राजमार्ग बजट आबंटन में 500 प्रतिशत की वृद्धि, 2020-21 में राजमार्ग निर्माण की गति 37 कि.मी./दिन तक, राष्ट्रीय राजमार्ग (एन.एच.) नैटवर्क 2014 के 91,287 कि.मी. से बढ़कर 2023 तक, 1,46,145 कि.मी., 4-लेन एन.एच.की लंबाई 2014 में 18,387 कि.मी. से बढ़कर नवंबर 2023 तक 2.5 गुना 46,179 किमी. तक होना बुनियादी ढांचे के सशक्तिकरण के प्रति मोदी सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
2014 के बाद से प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 3.74 लाख कि.मी. सड़कें बनाई गईं तो वहीं 100 से अधिक वंदे भारत ट्रेनें भी मोदी सरकार ने चलाईं। रेलवे स्टेशनों के विकास और आधुनिकीकरण के लिए अमृत भारत स्टेशन योजना के पुनर्विकास के लिए 1318 स्टेशन चुने गए। लगभग 62,000 रूट किलोमीटर के ब्रॉड गेज नैटवर्क का विद्युतीकरण किया गया है, जो भारतीय रेलवे के कुल ब्रॉडगेज रूट (65,556 आर.के.एम.) का लगभग 94 प्रतिशत है। 2014 तक केवल 21,801 कि.मी. ब्रॉड-गेज नैटवर्क का विद्युतीकरण किया गया था। मैट्रो की बात करें तो 2014 में 248 कि.मी. से बढ़कर 2024 में 1000 कि.मी. तक मैट्रो नैटवर्क का विस्तार हुआ है जोकि रोजाना 1 करोड़ से अधिक यात्रियों को लाभ पहुंचा रहा है।
2014 में केवल 5 शहरों से, आज 21 शहरों में और 26 अतिरिक्त शहरों में 919 कि.मी. लाइनें निर्माणाधीन हैं। आज देश में 158 हवाई अड्डे सेवा में हैं जबकि पिछले एक दशक में 84 हवाई अड्डों का निर्माण मोदी सरकार ने करके दिया है। लगभग 132 कि.मी. को कवर करने वाली 32 रोपवे परियोजनाओं पर काम पिछले एक दशक में हुआ है। पिछला एक दशक नए भारत के उदय का दशक रहा है जहां विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित भारत निर्माण के लक्ष्य को और मजबूती प्रदान कर रहा है।-अनुराग ठाकुर(पूर्व केंद्रीय मंत्री)