Edited By ,Updated: 09 Jan, 2024 06:23 AM
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी 25वीं बार मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी जीतने वाली देश की इकलौती यूनिवॢसटी बन गई है। इस बार भी 25वीं बार 9 जनवरी, 2024 को गुरुनानक देव यूनिवॢसटी के उपकुलपति प्रोफैसर डा. जसपाल सिंह संधू माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी...
गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी 25वीं बार मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी जीतने वाली देश की इकलौती यूनिवॢसटी बन गई है। इस बार भी 25वीं बार 9 जनवरी, 2024 को गुरुनानक देव यूनिवॢसटी के उपकुलपति प्रोफैसर डा. जसपाल सिंह संधू माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी से ट्राफी हासिल करेंगे। 10 जनवरी को उनके स्वागत के लिए यूनिवर्सिटी के श्री गुरु ग्रंथ साहिब भवन में समारोह रखा गया है जिसमें पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर विशेष तौर पर उपस्थित होंगे।
वह इस ट्राफी को लाने में अपना योगदान डालने वाले खिलाड़ियों का भी सम्मान करेंगे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरु नानक देव यूनिवॢसटी की इस शानदार उपलब्धि पर यूनिवॢसटी भाईचारे के साथ-साथ समस्त पंजाब वासियों को बधाई दी है और पंजाब के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने गुरु नानक देव यूनिवॢसटी की इस बड़ी उपलब्धि पर खुशी का इजहार करते हुए यूनिवर्सिटी और पंजाब की तरक्की की कामना की।
ट्राफी के साथ इस बार यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर को अर्जुन अवार्ड भी मिलने जा रहा है। इस तरह यह अवार्ड प्राप्त करने वाले वह यूनिवॢसटी के 37वें खिलाड़ी बन जाएंगे। इससे पहले 6 पद्मश्री और 2 द्रोणाचार्य अवार्ड भी यूनिवर्सिटी के ही खिलाड़ी प्राप्त कर चुके हैं। ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने एशियाई और वल्र्ड यूनिवर्सिटी खेलों में देश को निशानेबाजी में गोल्ड मैडल दिलवाए। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी जिसकी स्थापना 24 नवम्बर, 1969 को हुई थी, ने 1971 में खेलों में भाग लेना शुरू किया था। 1956 से खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार की ओर से दी जाने वाली मौलाना अब्दुल कलाम ट्राफी यूनिवॢसटी ने अपनी मेहनत और लगन के साथ 1976-77 में पहली बार अपने नाम की थी। इसके बाद 1979 से 1987 तक निरंतर गुरु नानक देव यूनिवॢसटी ने देश की किसी भी यूनिवर्सिटी को इस ट्राफी के निकट ही नहीं आने दिया।
यूनिवर्सिटी के उपकुलपति प्रोफैसर (डाक्टर) जसपाल सिंह संधू इसका श्रेय खिलाडिय़ों और उनके कोचों को देते हैं। जबकि खिलाड़ी इसका श्रेय डा. संधू को देते हैं। डा. संधू ट्राफी हासिल करने के लिए राष्ट्रपति भवन में जाएंगे। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी इंटर कालेज (पुरुष और महिला) 90 से अधिक चैम्पियनशिप का आयोजन करती है और आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी चैम्पियनशिप में 70 से अधिक टीमें (पुरुष और महिला) भेजती है।
सैंटर ऑफ एक्सीलैंस के तहत एथलैटिक्स, तलवारबाजी, साइकिलिंग, तैराकी और खेलो इंडिया तहत तलवारबाजी और तीरंदाजी की 2 एकैडमियां भी भारत सरकार की ओर से दी गई हैं। हाकी और हैंडबॉल को प्रोत्साहित करने के लिए 2 नए खेलो इंडिया सैंटर भी मिले हैं। यूनिवॢसटी ने अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिप, विश्व यूनिवर्सिटी खेलों, एशियन चैम्पियनशिप, एशिया कप, राष्ट्रमंडल चैम्पियनशिप, अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिप, आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स, खेलो इंडिया युवा खेल, ओलिम्पिक गेम्स, एशियन गेम्स, कॉमनवैल्थ गेम्स इत्यादि के विजेता खिलाडिय़ों को हर वर्ष 2 करोड़ रुपए के नकद ईनाम से सम्मानित किया जाता है।
यूनिवर्सिटी के कैम्पस में हाकी एस्ट्रोटर्फ, स्विमिंग पूल, वेलोड्रोम, इंडोर हाल, फुटबाल ग्राऊंड, शूटिंग रेंज, बास्केटबाल ग्राऊंड, खो-खो, कबड्डी, तीरंदाजी रेंज, वालीबाल ग्राऊंड, खिलाडिय़ों के लिए टैनिस कोर्ट के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा उपलब्ध है। यूनिवर्सिटी की ओर से एथलीटों को पूरा वर्ष मुफ्त दाखिला, रिहायश, प्रशिक्षण, कोचिंग के साथ-साथ खेलों के साजो-सामान सहित विभिन्न सहूलियतें प्रदान की जाती हैं। इसी के नतीजे में खिलाडिय़ों ने हाल ही में आयोजित एशियाई खेलों में देश को 13 मैडल दिलवाए जबकि टोक्यो ओलिम्पिक, कॉमनवैल्थ गेम्स, कॉमन वैल्थ चैम्पियनशिप, वल्र्ड कप, एशियन चैम्पियनशिप में 24 खिलाडिय़ों ने पदक लेकर देश का नाम ऊंचा किया।
खेलों की सर्वोच्च मौलाना अबुल कलाम आजाद ट्राफी का 25वीं बार गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को मिलना यूनिवर्सिटी के खिलाडिय़ों में 26वीं बार यह ट्राफी फिर से हासिल करने के लिए ऊर्जा का स्रोत होगा।-प्रवीण पुरी (डायरैक्टर लोकसंपर्क विभाग गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी)