Edited By ,Updated: 17 Apr, 2023 05:05 AM
मेरी महान नानी अम्मी ने अपनी उर्वर कल्पना में एक टैनिस मैच के रूप में युद्ध का सपना देखा था जहां सैनिक शाम तक एक-दूसरे पर गोलियां चलाते थे जिसके बाद चाय का समय होता था और खाइयों के पार समोसे और पेस्ट्री का आदान-प्रदान होता था।
मेरी महान नानी अम्मी ने अपनी उर्वर कल्पना में एक टैनिस मैच के रूप में युद्ध का सपना देखा था जहां सैनिक शाम तक एक-दूसरे पर गोलियां चलाते थे जिसके बाद चाय का समय होता था और खाइयों के पार समोसे और पेस्ट्री का आदान-प्रदान होता था। इसलिए जब मेरी पहली खाकी वर्दी, बैल्ट, आर्मी शूज 1971 के पाकिस्तान के युद्ध के दौरान पश्चिमी क्षेत्र में छम्ब के लिए तत्परता से एक काले ट्रक में पैक कर दिए गए तो नानी अम्मी ने अपने दाहिने हाथ में कुरान उठा लिया था। जिससे मुझे ऐसे लगा कि मैं किसी पवित्र द्वार से गुजर रहा हूं।
उसने फिर दो तावीज पेश किए। एक उसने मेरे सुरक्षा के गारंटर के रूप में मेरे दाहिने हाथ के चारों ओर बांध दिया। दूसरा तावीज मुझे अपने चचेरे भाई अकबर के लिए ले जाना था जो दूसरी तरफ एक मेजर था। जिसके बारे में उसे यकीन था कि रात में जब बंदूकें शांत हो जाएंगी तो वह मुझसे मिलेगा। युद्ध के बारे में मेरी नानी अम्मी का मार्मिक भोलापन मेरे पास लौट आया जैसे कि कल की बात हो। एक एंकर ने यूक्रेन-रूस युद्ध को अपडेट करते हुए अपनी आंखें घुमाईं और जान-बूझकर पूछा, ‘‘युद्ध कौन जीत रहा?’’ यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अभी तक हार नहीं मानी। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को क्रेमलिन में युद्ध विरोधी विद्रोह का सामना नहीं करना पड़ा।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अभी तक पैंटागन की उस रिपोर्ट को लीक नहीं किया है जो यूक्रेन को हत्यारों के उन्नयन पर रोक लगाती है। इनमें से कुछ भी नहीं हुआ है। क्या युद्ध गतिरोध पर है? 24 फरवरी 2022 को रूसी सैनिकों के यूक्रेन के प्रवेश करने के बाद से एक साल से अधिक समय में कुछ भी नहीं हुआ है। रूसी आक्रमण की स्थिति सहस्राब्दी के लिए इतिहास की पुस्तकों में प्रमुख होगी लेकिन मेरी निजी नोट बुक में और भी महत्वपूर्ण तिथियां होंगी जिस पर मेरे अनुसार क्रेमलिन ने चीनी राष्ट्रपति शी-जिनपिंग और पुतिन द्वारा हस्ताक्षर किए गए। ‘बिना सीमा के’ सांझेदारी के साथ शुरू होती है और दोनों के बीच संबंधों में ‘नया युग’ अनुक्रम में लिखा गया है।
सुंदर एंकर दर्शकों को यूक्रेन में एक विजेता के साथ आने के लिए विचार की गहरी परतों में जाने के लिए आमंत्रित कर रही है। क्या मैं इस विचार की सराहना कर सकता हूं कि उसने दुनिया भर में अपनी आंखें घुमा डालीं, यहां तक कि पश्चिम एशिया में जहां जीत और हार के संकेत मिल रहे हैं। चीन, रूस के मजबूत समर्थन के साथ इस क्षेत्र में सभी प्रमुख गतिशीलता को बदल रहा है। सऊदी अरब और ईरान में भी मैत्री हो गई है। पश्चिम ने कभी भी शाह के ईरान को शिया-बनाम-सुन्नी अरब दुनिया के रूप में नहीं देखा है। वह दोनों सहयोगी थे।
कैदियों की विस्तृत अदला-बदली के बाद यमन और सऊदी अरब के बीच एक स्थायी शांति स्थापित हुई है। इस शांति की मजबूती सऊदी-ईरान डील के कारण है जो चीनी कूटनीति के कारण भी सम्भव हुई है। यमन के होतियों के पास अब क्षेत्रीय विवरणों पर ध्यान देने का समय होगा। ईराक में हाश्द अल-शाबी और कातिब हिजबुल्लाह, दक्षिणी लेबनान में मूल हिजबुल्लाह और गाजा में हमास अब अपनी सऊदी और अन्य चिंताओं से मुक्त हैं और इसराईल पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं।
कुछ दिन पहले तुर्की, सीरियाई और ईरानी अधिकारी मास्को में थे जबकि 14 मई को होने वाले उनके चुनावों के कारण सीरिया-तुर्की मेलजोल एर्दोगन के अनुकूल है। असद के सलाहकार विपक्ष में बहुदलीय गठबंधन के साथ एक विकल्प को रोकना नहीं चाहते हैं। सीरियाई विदेश मंत्री उस दिन रियाद में थे जब ईरानी तकनीकी दल राजदूतों के आदान-प्रदान पर विवरण पर बातचीत कर रहे थे। अब तक तो ठीक है लेकिन रियाद की असली घबराहट अखवान या भाइयों के साथ है जो मिस्र में अब्दुल फतेह अल सीसी की सेना के दमन के तहत उभर रहे हैं। जून 2012 में मुस्लिम ब्रदर हुड के मोहम्मद मोर्सी के चुनाव को लेकर अमरीका बंटा हुआ था।
व्हाइट हाऊस और विदेश विभाग ने लोकतांत्रिक के खुलेपन के दाब का समर्थन किया लेकिन पेंटागन जहां इसराईल अधिक प्रभावशाली है, ने मोर्सी को हटाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। तब से इस क्षेत्र में आमूल-चूल परिवर्तन हुए हैं। इतने बदलाव के बीच क्या सीसी की तानाशाही बच पाएगी। भाइयों के संभावित पुनरुत्थान से उन्हें गाजा में हमास के साथ और इसराईल को बहुत कुछ सहना पड़ेगा। यह ऐसी कहानियां हैं जो इस कॉलम की शुरूआत में एंकर यूक्रेन में विजेताओं की तलाश करते समय इन पर विचार करना पसंद कर सकती है।-सईद नकवी