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पंजाब जिसे हरित क्रांति की भूमि के रूप में जाना जाता है, अब पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक नई चुनौती का सामना कर रहा है। 10 दिसम्बर 2024 से राज्य...
वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी 16 दिसम्बर को जब संसद भवन आईं तो उन्होंने अपने कंधे पर एक बैग टांग रखा था। इस बैग पर फिलिस्तीन लिखा था। इस...
हमने 15 दिसम्बर को तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन को खो दिया। 73 वर्ष की आयु में इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस की जटिलताओं के कारण उनका निधन हो गया।...
26 नवम्बर, 2024 को हमने भारत के संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ मनाई। संसद के दोनों सदनों ने दिनचर्या से हटकर 75 वर्षों के दौरान संविधान की...
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स्वर्गीय रतन टाटा को कुत्तों से बहुत लगाव था। बताया जा रहा है कि जब से वह अस्पताल में दाखिल हुए, उनके पालतू कुत्ते गोवा ने कुछ नहीं खाया था। उनके अंतिम संस्कार के समय भी एक वीडियो में वह बहुत विचलित और उदास दिखा। एक लेख में बताया गया था कि जब रतन टाटा अपने दफ्तर जाते थे, तो सड़क के कुत्ते उन्हें घेर लेते थे। वे दफ्तर के अंदर उन्हें लिफ्ट तक छोडऩे आते थे। उस दफ्तर में जहां बिना अनुमति के किसी मनुष्य का प्रवेश भी वर्जित था। यह भी देखने में आता है कि अपने पालक के लिए उनके पालतू कई बार जान गंवा देते
केंद्र और ज्यादातर राज्यों से चुनाव हार कर सत्ता से बाहर हुई कांग्रेस ने इतिहास से सबक नहीं लेेने की ठान ली है। यही वजह है कि कांग्रेस का अभी तक अल्पसंख्यक मोह खत्म नहीं हुआ है। अल्पसंख्यकों के गैरकानूनी कामों में भी कांग्रेस उनका बचाव करती नजर आती रही है। इंडिया गठबंधन में कांग्रेस ही अकेली नहीं है, बल्कि दूसरे राजनीतिक दल भी वोट बैंक की राजनीति के कारण मुस्लिमों के अपराधों को माफ करने के पक्ष में रहे हैं। बेशक अपराध आतंकवाद से जुड़े हुए ही क्यों न हों।
अच्छा स्वास्थ्य एक अमूल्य पूंजी है जिसकी तुलना किसी भी अन्य पदार्थ से नहीं की जा सकती। आरोग्यता कायम रखने हेतु स्वस्थ जीवनशैली अपनाना जितना अनिवार्य है, उतना ही आवश्यक है चुनौतियों के रूप में प्रकट होने वाली आधि-व्याधियों का समय रहते सही उपचार होना।
सच है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा की हार की चर्चा हरियाणा की जीत के आगे दब गई। यह भी सही है कि कांग्रेस दिख रही जीती बाजी को आपसी कलह, गुटबाजी और सूत न कपास जुलाहों में लट्ठम लठ्ठ के चलते हार गई। लेकिन हैरानी है कि इस पर कांग्रेस में मंथन, चिंतन, विश्लेषण के पहले ही दौर में एक बार फिर वही दिखा जो अब तक होता रहा। कुछ को आगे कर बाकियों को साधने, समझाने की कवायद में ही शीर्ष नेतृत्व का दम-खम चुनाव के दौरान कााया होता रहा।
1874 में सेंट पीटर्सबर्ग (रूस) में जन्मे और 1947 में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के नग्गर अपने आवास पर समाधिस्थ हुए रूसी चित्रकार, दार्शनिक, कवि पुरात्ववेत्ता, सम्मोहनकत्र्ता निकोलाय रेरिख के जन्म के 150 वें वर्ष में दुनिया भर में, विशेषकर भारत में रूसी दूतावास, भारत सरकार, भारत के सांस्कृतिक केंद्रों व विश्वविद्यालयों में अनेक आयोजन किए जा रहे हैं। पर नई पीढ़ी के लोगों को शायद उनके विषय में अधिक जानकारी नहीं है। केवल उन लोगों को छोड़कर जो पर्यटक के रूप में कुल्लू गए हैं या साहित्य और कला में र
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए गठित उच्च स्तरीय कार्यबल की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए तत्काल और दीर्घकालिक उपायों को लागू करने में दिल्ली सरकार और अन्य हितधारकों की तत्परता का आकलन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों के ऐतिहासिक नतीजे सभी राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण सबक हैं, भले ही नतीजे एग्जिट पोल द्वारा लगाए गए अनुमानों के विपरीत साबित हुए हों। इसमें कोई संदेह नहीं है कि हरियाणा विधानसभा चुनावों के अंतिम नतीजों ने भारतीय जनता पार्टी के लोगों के साथ-साथ कांग्रेस समर्थकों को भी चौंका दिया है, लेकिन इसने कई मिथकों को खत्म कर दिया है। कांग्रेस निर्णायक रूप से चुनाव हार गई है और उसके पास कोई बदलाव करने का मौका नहीं है।
रतन टाटा अब नहीं रहे। 9 अक्तूबर को 86 वर्ष की आयु में मुंबई के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। उन्हें भारत के सबसे बड़े समूहों में से एक टाटा समूह के अपने सद्गुणी नेतृत्व के लिए सम्मानित किया गया। भारतीय व्यवसाय में एक दूरदर्शी और सम्मानित व्यक्ति, जिन्होंने हमारे देश को वैश्विक पथ पर आगे बढ़ाया। नए व्यवसायों में प्रवेश करके और ब्रांड बनाकर, उन्होंने टाटा समूह के राजस्व को 4 बिलियन डालर से बढ़ाकर 100 बिलियन डालर से अधिक कर दिया। रतन टाटा के कार्यकाल में अंतर्राष्ट्रीय विस्तार और टेटली टी, कोर
एक उम्मीदवार के रूप में चुनाव लडऩा कठिन काम है, लेकिन एक तयशुदा रास्ते पर चलना होता है। एक उम्मीदवार की ओर से चुनाव कराना एक कठिन और महत्वपूर्ण काम है। एक राजनीतिक दल की ओर से राज्य चुनाव की देख-रेख और प्रभारी होना एक जटिल काम है, जिसमें कई अलग-अलग काम करने होते हैं।
जैसा कि हम लिखते रहते हैं, अपने अस्तित्व में आने के समय से ही पाकिस्तान के शासकों ने अपना भारत विरोधी रवैया जारी रखा हुआ है और भारत में अशांति फैलाने के लिए अपने पाले हुए आतंकवादियों के जरिए जम्मू-कश्मीर में लगातार हिंसा करवा रहे हैं।
कहते हैं कि जब महर्षि वाल्मीकि को यह ज्ञात हुआ कि उनकी लिखी रामायण से श्रेष्ठ हनुमान की लिखी राम कथा है तो वे बहुत उदास हुए और सोचने लगे कि उनका श्रम व्यर्थ गया। जब हनुमान जी को यह पता चला तो उन्होंने अपने लिखे को फाड़ कर नष्ट कर दिया ताकि वाल्मीकि की रामायण ही पढ़ी जाए।
राजनीति में सबक लिए नहीं जाते। (.. और क्षेत्रों में भी ऐसा ही होता है।) सबक दिए जाते हैं या सिखाए जाते हैं। यही वजह है कि पार्टियां और नेता कभी हार से सबक नहीं सीखते। आपने हजारों बार, हर हार के बाद यह जरूर सुना होगा कि हार की समीक्षा की जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और लोकसभा सदस्य कुमारी शैलजा के बीच मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर असंतोष ने हरियाणा में पार्टी की हार में अहम भूमिका निभाई है। दीपक बाबरिया, उदय भान, भूपेंद्र हुड्डा और दीपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा में पार्टी के प्रचार अभियान की अगुवाई की थी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत से भाजपा में मोदी की जय जयकार शुरू हो गई है, लेकिन जम्मू-कश्मीर जैसे राज्य में प्रधानमंत्री मोदी भाजपा को जीत नहीं दिला पाए। ऐसे में भाजपा का पाखंड उजागर हो गया है। हरियाणा में जीत की जलेबियां खाते-खाते अब जम्मू-कश्मीर में मिट्टी खाने की नौबत क्यों आई? इसका विश्लेषण भाजपा के अंध पंडितों को करने की जरूरत है। हरियाणा के नतीजों का असर महाराष्ट्र पर पड़ेगा। भाजपा और उसका शिंदे गुट दावा करने लगा है कि हरियाणा जीत गए, अब महाराष्ट्र भी जीतेंगे ही। हरियाणा और महाराष्ट्र क
हरियाणा में कांग्रेस की हार से पार्टी और उसके गठबंधन को नुकसान हुआ है। मैं हैरान हूं कि जो राज्य कांग्रेस की जेब में था, वह इतनी आसानी से और इतने बड़े अंतर से कैसे हार गया। यह सब राज्य के नेताओं के अहंकार के कारण हुआ, जो इस अभियान का अकेले नेतृत्व कर रहे थे।
अमिताभ बच्चन को जन्मदिन की बधाई। आज उनके 82वें जन्मदिन पर, इस ग्रह पर अब तक के सबसे महान भारतीय के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें यहां दी गई हैं। उनकी पहली नौकरी कोलकाता में बर्ड एंड कंपनी में एक कार्यकारी के रूप में थी, जहां उन्हें 500 रुपए मासिक वेतन मिलता था।
मेष राशि वालों आज आपको कार्यों में सफलता मिलेगी। किसी पुराने विवाद का समाधान हो सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा
वृष राशि वालों आज का दिन आपके लिए मिश्रित रहेगा। आर्थिक मामलों में थोड़ा ध्यान देने की आवश्यकता है।
मिथुन राशि वालों आज के दिन आपके लिए नई योजनाएं बनाना और कार्यों को गति देना लाभकारी रहेगा।
कर्क राशि वालों आज आपको परिवार और दोस्तों से सहयोग मिलेगा। किसी पुरानी समस्या का समाधान मिलने की संभावना है
सिंह राशि वालोंआज का दिन आपके लिए आर्थिक दृष्टि से शुभ है। व्यापार में लाभ होगा और कार्यों में सफलता प्राप्त होगी।
कन्या राशि वालों आज आपको अपनी योजनाओं में सफलता मिलेगी। किसी पुराने कार्य को पूरा करने का अवसर मिलेगा।
तुला राशि वालों आज आप मानसिक रूप से संतुलित रहेंगे। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा, लेकिन कार्यों में थोड़ी चुनौतियों का
वृश्चिक राशि वालों आज का दिन आपके लिए बेहतर रहेगा। आप किसी महत्वपूर्ण कार्य में सफलता प्राप्त करेंगे।
धनु राशि वालों आज आपका दिन सफलता से भरा रहेगा। आपको अपने कार्यों में नई दिशा मिलेगी और परिवार का सहयोग
मकर राशि वालों आज आपके पास नए अवसर आ सकते हैं। आर्थिक रूप से अच्छा लाभ मिलने की संभावना है।
कुम्भ राशि वालों आज का दिन आपके लिए शुभ रहेगा। नौकरी या व्यापार में उन्नति होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा और रिश्तों में प्यार बढ़ेगा।
मीन राशि वालों आज आपको अपनी मेहनत का अच्छा फल मिलेगा। परिवार के मामलों में समझदारी से काम लें।
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22/12/2024 07:30 IST
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