2 hours ago
3 hours ago
4 hours ago
5 hours ago
6 hours ago
7 hours ago
8 hours ago
9 hours ago
10 hours ago
11 hours ago
12 hours ago
13 hours ago
14 hours ago
15 hours ago
16 hours ago
17 hours ago
Wednesday
Main Menu
धर्म/कुंडली टीवी
नारी
Photos
Videos
हिमाचल प्रदेश
पंजाब
हरियाणा
उत्तर प्रदेश
Breaking
Blogs
धर्म के नाम पर फैलाई जा रही साम्प्रदायिक नफरत का तूफान भारत की सभी गर्व करने योग्य परम्पराओं की तबाही करती जा रही है। अल्पसंख्यक आबादी, विशेष तौर पर...
कहते हैं न कि किसी का हुक्का-पानी बंद करने से बड़ी सजा कुछ नहीं होती। अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे पाकिस्तान के साथ भारत ने जैसे को तैसा वाला जवाब...
आज सुबह दलिया खाते समय मेरा दम घुटने लगा। नहीं, कोलेस्ट्रॉल की चेतावनी के कारण नहीं, बल्कि इससे कहीं ज्यादा अपचनीय चीज के कारण। जिस व्यक्ति...
नि:संदेह, पहलगाम के बैसरान घाटी हमले पर पूरा देश क्षुब्ध है। चुन-चुनकर 26 निहत्थे हिन्दू पर्यटकों की हत्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के अंदर...
KESARI TV
विपक्षी नेताओं द्वारा मतदाता सूची की सत्यनिष्ठा पर संदेह व्यक्त किए जाने के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है। भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी, जो लगातार जीत की ओर अग्रसर हैं, इसे केवल ‘खट्टे अंगूर’ का मामला बता रहे हैं।
होली आ गई। इस त्यौहार के बारे में सोचते ही तरह-तरह के गाने कानों में गूंजते रहते हैं। अमिताभ बच्चन की आवाज में ‘रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे’ या कि ‘आज बिरज में होली रे रसिया’ फाल्गुन का महीना शुरू होते ही होली की आहट सुनाई देने लगती है।
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में मिली पराजय के बाद कांग्रेस की हालत खस्ता है। पार्टी ने अपने बलबूते आखिरी बार 1984 में केंद्र में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाई थी। उसके बाद कांग्रेस ने दिवंगत पी.वी. नरसिम्हा राव (1991-96) और दिवंगत डा. मनमोहन सिंह (2004-14’ के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार चलाई।
लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों के परिसीमन को लेकर चल रही बहस ने इस बात पर गरमा-गर्म बहस छेड़ दी है कि क्या जनसंख्या वृद्धि को नियंत्रित करने में बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्यों को पुरस्कृत किया जाना चाहिए या दंडित किया जाना चाहिए। इस विवाद के केंद्र में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के स्टालिन का यह दावा है कि दक्षिणी राज्य, जिन्होंने जनसंख्या नियंत्रण सहित विभिन्न मापदंडों में बेहतर प्रदर्शन किया है, अगर प्रस्तावित परिसीमन मौजूदा नियमों के अनुसार किया जाता है तो उन्हें ‘दंडित’ किया जाएगा।
टैरिफ की धमकियों के बीच वाशिंगटन में फरवरी में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात की, तब भारत ने अमरीका से अधिक तेल और प्राकृतिक गैस खरीदने की प्रतिबद्धता जताई थी। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत की अमरीका से ऊर्जा खरीद पिछले साल के 15 बिलियन डालर से बढ़कर निकट भविष्य में 25 बिलियन डालर हो सकती है।
हिंदी के राजभाषा बनने से हम हिंदी भाषियों को क्या मिला? एक अदद हिंदी दिवस, जिसकी उबाऊ सरकारी रस्म हमें याद दिलाती है कि बाकी 364 दिन अंग्रेजी दिवस हैं। राजभाषा अधिकारियों की चंद नौकरियां, जिसके सहारे हीनताबोध को आक्रामकता में बदला जा सके। राजभाषा विभाग की बनाई एक कृत्रिम भाषा, जिसे न कोई बोलता, न समझता है। एक झूठी ऐंठ। हिंदी पट्टी की दर्जनों भाषाओं से सौतेला रिश्ता। और गैर हिंदी भाषियों से बिना बात का झगड़ा। इस राजभाषा के झंझट से पिंड क्यों न छुड़ा लिया जाए?
कभी किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि गुलमर्ग के एक सुरम्य रिजॉर्ट में स्कीवीयर की प्रदर्शनी का एक निजी कार्यक्रम राजनीतिक तूफान खड़ा कर देगा, किंतु ऐसा हुआ। जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नैशनल कांफ्रैंस और पी.डी.पी. के विधायकों ने इसे रमजान के दौरान अश्लील और भड़काऊ कहकर इसकी निंदा की।
2014 के लोकसभा चुनावों के बाद देश की राजनीति में बड़े बदलाव आ गए हैं। कभी समय हुआ करता था जब देश की राजनीति में कांग्रेस का एकछत्र राज हुआ करता था। समय क्या बदला कि 2014 के बाद कांग्रेस के एक के बाद एक चुनाव में पैर उखड़ते गए। कभी वक्त था कि देश में प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू और उनके बाद श्रीमती इंदिरा गांधी का राजनीति में वर्चस्व था।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर अंग्रेजी को आधिकारिक भाषा घोषित कर दिया। इसके बावजूद कि पूरे अमरीका में ज्यादातर अंग्रेजी ही बोली जाती है। ट्रम्प के अनुसार, यह आदेश राष्ट्रीय एकता, सांझा संस्कृति और सरकारी कार्यों में समरसता लाने में मदद करेगा। अमरीका जैसी सुपर पावर की एक आधिकारिक भाषा हो सकती है पर भारत में ऐसा करना आसान नहीं है।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा 2 अप्रैल से भारत पर पारस्परिक टैरिफ लगाने की घोषणा ने नई दिल्ली में गंभीर ङ्क्षचता पैदा कर दी है। अमरीकी वस्तुओं पर भारत के उच्च आयात कर लंबे समय से विवादास्पद रहे हैं, जो अब व्यापार भागीदारों को प्रभावित कर रहे हैं। यह कदम अपने परिणामों के बिना नहीं है। यह आभूषण और फार्मास्यूटिकल्स जैसे निर्यात को जोखिम में डालता है जिससे भारत को सालाना 7 बिलियन डालर का महत्वपूर्ण नुकसान हो सकता है। सवाल यह है कि इस व्यापार युद्ध से भारत को कितना नुकसान होगा? क्या नई दिल
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास बहुत ही साहसिक है। इसकी शुरूआत 1909 में न्यूयॉर्क में राष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में हुई थी, जिसका प्रस्ताव अमरीकी श्रम कार्यकत्र्ता और शिक्षिका थेरेसा मलकील ने रखा था। अमरीकी कार्यकत्र्ताओं से प्रेरित होकर जर्मन समाजवादी लुईस जिएट्ज ने वाॢषक महिला दिवस मनाने की
नशा एक कोढ़ की तरह है जो न सिर्फ व्यक्ति को तबाह कर देता है बल्कि उसके परिवार की पूरी तबाही का कारण भी बनता है। परिवार, जो समाज की सबसे महत्वपूर्ण इकाई है, उस इकाई के प्रभावित होने का प्रभाव समाज पर पड़ता है। नशे में धुत व्यक्ति अपने परिवार और समाज को भूल कर अपराध की ऐसी दुनिया में दाखिल हो जाता है जिसमें उसका अंत निश्चित है।
अमरीका का राष्ट्रपति पद संभालने के साथ डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अंतर्राष्ट्रीय मामलों पर दिए वक्तव्यों, निर्णयों तथा विदेशी नेताओं के साथ व्यवहार से नि:संदेह, अमरीकी नीतियों और अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को लेकर आशंकाएं पैदा हुई हैं। यह तो अनुमान था कि वे जो बाइडेन की नीतियों में व्यापक बदलाव लाएंगे, लेकिन इस सीमा तक जाएंगे इसकी कल्पना शायद ही किसी ने की होगी।
भारत का अनुसंधान एवं विकास (आर.एंड डी.) क्षेत्र गहरी चुनौतियों से जूझ रहा है, जो देश के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र में व्यापक कमजोरियों को दर्शाता है। वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024 में 39वें स्थान पर, भारत का आर.एंड डी. खर्च 2009-10 में सकल घरेलू उत्पाद के 0.83 प्रतिशत से घटकर आज मात्र 0.64 प्रतिशत रह गया है। निजी क्षेत्र का निवेश, जिसे कभी नवाचार का संभावित चालक माना जाता था, लगातार कम होता जा रहा है, जिससे संकट और बढ़ गया है।
ई.टी. बिजनैसवुमन ऑफ द ईयर और आदित्य बिड़ला कैपिटल लि. (ए.बी.सी.एल.) की प्रबंध निदेशक और सी.ई.ओ. विशाखा मुलेे का कहना है कि शीर्ष पदों पर पहुंचने की चाहत रखने वाली महिलाओं को निजी और पेशेवर क्षेत्र में संतुलन बनाने के अपराध बोध से उबरना चाहिए और इसके बजाय दोनों मोर्चों पर बेहतर प्रदर्शन करने की अपनी
प्रति वर्ष अनेकों दिवस दुनिया भर में मनाए जाते हैं। बहुत से तो केवल परिपाटी की तरह होते हैं, कुछ कोई विशेष घटना की स्मृति ताजा रखने के लिए और थोड़े से वे जिनका असर हमारी जीवन शैली, सोच और क्रियाकलापों पर पड़ता है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस इसी श्रेणी में आता है क्योंकि यह आधी आबादी से संबंधित है।
मेष राशि: आज का दिन आपके लिए आत्मविश्वास से भरपूर रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपका दबदबा बना रहेगा। किसी पुराने प्रोजेक्ट में सफलता
वृषभ राशि: आज आप अपने परिवार और प्रियजनों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। कोई शुभ समाचार मिल सकता है, जिससे मन प्रसन्न रहेगा
मिथुन राशि: नए अवसरों की बारिश हो सकती है। खासतौर पर करियर में बदलाव के संकेत हैं। कोई यात्रा लाभदायक सिद्ध हो सकती है।
कर्क राशि: आज आपको अपनी भावनाओं पर काबू रखने की सलाह दी जाती है। कार्यक्षेत्र में धैर्य और विवेक से काम लें।
सिंह राशि: आज आपके लिए नए आरंभ का दिन है। यदि किसी नए प्रोजेक्ट या योजना की शुरुआत करने का सोच रहे हैं तो समय अनुकूल है
कन्या राशि: मेहनत का पूरा फल मिलेगा। कार्यक्षेत्र में पदोन्नति या सम्मान मिलने के योग हैं। स्वास्थ्य में सुधार होगा।
तुला राशि: आज का दिन प्रेम संबंधों के लिए अनुकूल रहेगा। यदि आप किसी को प्रपोज करना चाहते हैं तो समय सही है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा,
वृश्चिक राशि: आज आपको अपने गुस्से पर नियंत्रण रखना होगा। बड़े निर्णय लेने से पहले विचार करें। कार्यस्थल पर कोई चुनौती आ सकती है
धनु राशि: आपका उत्साह और ऊर्जा चरम पर रहेगी। कार्यक्षेत्र में नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं। यात्रा से लाभ होगा। आध्यात्मिक रुचियों
मकर राशि: परिवार के साथ समय बिताने का अच्छा अवसर मिलेगा। कोई रुका हुआ काम पूरा हो सकता है।
कुंभ राशि: आज रचनात्मक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। नए विचार आएंगे और उन्हें कार्यान्वित करने में सफल होंगे।
मीन राशि: ध्यान और एकाग्रता से आज का दिन अच्छा जाएगा। कार्यक्षेत्र में कुछ नए अवसर मिल सकते हैं। मानसिक शांति बनाए रखें।
Teams will be announced at the toss
USD $
30/04/2025 00:30 IST
CAD $
AUD $
EUR €
NZD $
AED د.إ
GBP £
Bitcoin
Ethereum
Tether
BNB
USD Coin
XRP
Terra
Solana
Be on the top of everything happening around the world.
Try Punjab Kesari E-Paper Premium Service.
फीडबैक दें
Thoughts
Jokes