Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Mar, 2025 03:24 PM

कहते हैं, किस्मत कब बदल जाए, कोई नहीं जानता। ऐसा ही कुछ हुआ चंडीगढ़ के रतन ढिलन के साथ। घर की सफाई के दौरान उन्हें कुछ पुराने कागजात मिले, जो उनके बुजर्गों ने खरीदे थे। पहले तो उन्होंने इसे बेकार समझा लेकिन जब ध्यान से देखा, तो पता चला कि ये 1987...
बिजनेस डेस्कः कहते हैं, किस्मत कब बदल जाए, कोई नहीं जानता। ऐसा ही कुछ हुआ चंडीगढ़ के रतन ढिलन के साथ। घर की सफाई के दौरान उन्हें कुछ पुराने कागजात मिले, जो उनके बुजर्गों ने खरीदे थे। पहले तो उन्होंने इसे बेकार समझा लेकिन जब ध्यान से देखा, तो पता चला कि ये 1987 में खरीदे गए रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर थे। महज 300 रुपए में खरीदे गए ये शेयर आज 12 लाख रुपए से ज्यादा के हो चुके हैं। उनकी इस कहानी ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं।
रतन के पुरखों ने इस शेयर को 10 रुपए के भाव से खरीदा था। इस तरह कुल 30 शेयरों को करीब 300 रुपए में खरीदा गया था। रतन को शेयर बाजार की कोई जानकारी नहीं है। लिहाजा उन्होंने सोशल मीडिया पर इन शेयरों की तस्वीर डालकर पूछा कि क्या किया जाए।

कितनी हो गई इसकी कीमत
रतन के सोशल मीडिया पर इन शेयरों की तस्वीरें साझा कीं और लोगों से पूछा कि अब उन्हें क्या करना चाहिए। पोस्ट वायरल होते ही एक यूजर ने लिखा कि रिलायंस में तीन स्टॉक विभाजन और दो बोनस के बाद होल्डिंग 960 शेयरों तक बढ़ गई थी। शेयरों के वर्तमान मूल्य के हिसाब से आज इनकी अनुमानित कीमत करीब 12 लाख रुपए पहुंच गई है। एक अन्य यूजर ने लिखा, ओ भाई, लॉटरी लग गई आपकी। इसको रेमैट फॉर्म से डिमैट करवा लो। मदद चाहिए तो बस मुझे डीएम कर देना।" एक यूजर ने सुझाव दिया, ‘रतन भाई, और अच्छे से घर को छान मारो, क्या पता MRF के भी कुछ शेयर निकल आएं।'
IEPFA ने दिया जवाब
सरकार के निवेशक शिक्षा और संरक्षण कोष प्राधिकरण (IEPFA) ने भी रतन की पोस्ट पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर किसी शेयर पर लंबे समय तक दावा नहीं किया जाता है, तो उसे IEPF में ट्रांसफर कर दिया जाता है। ऐसे में, रतन को IEPFA की वेबसाइट पर लॉग इन कर यह जांच करनी चाहिए कि उनके शेयर ट्रांसफर हुए हैं या नहीं।