Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Feb, 2025 11:34 AM
भारतीज रिजर्व बैंक (RBI) ने 7 फरवरी को 5 बड़े फैसले लिए हैं। इन फैसलों का सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा। जानिए क्या हैं ये....
बिजनेस डेस्कः भारतीज रिजर्व बैंक (RBI) ने 7 फरवरी को 5 बड़े फैसले लिए हैं। इन फैसलों का सीधा असर आम आदमी पर पड़ेगा। जानिए क्या हैं ये....
रेपो रेट कट
नए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अगुवाई वाली मोनेटरी पॉलिसी बैठक (MPC) बैठक में दरें घटाने का फैसला लिया गया। ये बैठक 5-7 फरवरी के दौरान हुई है। RBI ने आज दरों में 25 बेसिस प्वॉइंट की कटौती का ऐलान किया है। संजय मल्होत्रा कहा कि RBI के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से दरों में कटौती का फैसला किया है।
GDP ग्रोथ रेट
FY25 के लिए GDP ग्रोथ 6.4% रहने का अनुमान है। FY26 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 6.7% रहने का अनुमान है। वहीं, FY26 की तीसरी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% रहने का अनुमान है। कारोबारी साल 2026 की चौथी तिमाही में रियल GDP ग्रोथ अनुमान 6.5% रहने का अनुमान है।
एसडीएफ रेट
Standing Deposit Facility रेट 0.25% घटाकर 6% कर दिया गया है। SDF का इस्तेमाल मार्केट में ज़रूरत से ज्यादा नकदी को सोखने (Liquidity Absorption) के लिए किया जाता है। जब SDF दर घटेगी, तो बैंकों को RBI में जमा राशि पर कम ब्याज मिलेगा। इससे बैंक ज्यादा लोन देंगे। बाजार में नकदी बढ़ेगी।
महंगाई पर फैसला
FY25 के लिए रिटेल महंगाई दर 4.8% रहने का अनुमान है। FY26 के लिए रिटेल महंगाई दर 4.2% रहने का अनुमान है। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि भारतीय इकोनॉमी की स्थिति बेहतर रही है। मोटे तौर पर औसत महंगाई दर लक्ष्य आसपास ही रही है। आरबीआई अर्थव्यवस्था के हित को ध्यान में रखते हुए ही फैसला लेगा। उन्होंने कहा कि रेगुलेशन और कार्यक्षमता के बीच बैलेंस पर फोकस रहेगा। ग्लोबल इकोनॉमी की स्थिति चुनौतीपूर्ण रही। US रेट कट के बाद डॉलर की स्थिति में मजबूत हुई।
ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स
पिछली मॉनेटरी बैठक से अब तक ग्लोबल और घरेलू फैक्टर्स में बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। जियोपॉलिटिकल तनाव, टैरिफ को लेकर ट्रेड वॉर की स्थिति और बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेद से बाजार में वोलेटिलिटी देखने को मिली है। इससे डॉलर के मुकाबले रुपये पर भी असर देखने को मिला। अमेरिकी डॉलर में मजबूती का भी भारत समेत दुनियाभर के बाजार में देखने को मिली।