Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Mar, 2025 05:09 PM

बैंक कर्मचारियों और यूनियनों की लंबे समय से बैंकों में पांच-दिवसीय कार्य सप्ताह (5 डे वर्किंग) लागू करने की मांग रही है। इस मुद्दे पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 24-25 मार्च 2025 को देशव्यापी हड़ताल का ऐलान भी किया है। इस बीच कुछ मीडिया...
बिजनेस डेस्कः बैंक कर्मचारियों और यूनियनों की लंबे समय से बैंकों में पांच-दिवसीय कार्य सप्ताह (5 डे वर्किंग) लागू करने की मांग रही है। इस मुद्दे पर यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (UFBU) ने 24-25 मार्च 2025 को देशव्यापी हड़ताल का ऐलान भी किया है। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 अप्रैल से बैंकों में 5 डे वर्किंग को मंजूरी दे दी है, जिसके बाद हर शनिवार और रविवार को अवकाश रहेगा लेकिन अब सरकार ने इस दावे की सच्चाई स्पष्ट कर दी है।
सरकार ने किया 5 डे वर्किंग के दावे का खंडन
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह खबर फैली थी कि RBI ने बैंकों में 1 अप्रैल 2025 से 5 डे वर्किंग लागू करने का आदेश दिया है। इन रिपोर्ट्स के वायरल होते ही सरकार की फैक्ट-चेकिंग एजेंसी PIB ने इस खबर की जांच की और साफ किया कि सरकार या RBI की ओर से ऐसा कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है।
बैंक यूनियनों की प्रमुख मांगें
✔️ पांच-दिवसीय कार्य सप्ताह (5 डे वर्किंग) लागू करना
✔️ सभी बैंक शाखाओं में पर्याप्त स्टाफ की भर्ती
✔️ अस्थायी कर्मचारियों को नियमित करना
✔️ नौकरी की सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रदर्शन समीक्षा (Performance Review) व प्रोडक्टिविटी लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम को वापस लेना
✔️ बैंक कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाना
✔️ ग्रेच्युटी अधिनियम में संशोधन कर अधिकतम सीमा को 25 लाख रुपए करना
✔️ स्टाफ वेलफेयर बेनिफिट्स पर इनकम टैक्स न लगाना
UFBU में नौ प्रमुख बैंक यूनियनें शामिल हैं, जो 8 लाख से अधिक बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों का प्रतिनिधित्व करती हैं।
सरकार और RBI की स्थिति
अब तक सरकार या RBI ने 5 डे वर्किंग लागू करने का कोई फैसला नहीं लिया है। हालांकि, बैंक यूनियनों का दबाव लगातार बढ़ रहा है और हड़ताल के बाद इस मुद्दे पर आगे चर्चा होने की संभावना है।