Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Aug, 2024 12:41 PM
भारतीय ग्राहक विदेशी उत्पादों की खरीदारी में सबसे आगे हैं। अवलाय द्वारा प्रकाशित एक सर्वे के अनुसार, भारत में 67% लोगों ने विदेशी सामान खरीदा है, जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 37% और ब्रिटेन में 27% है।
बिजनेस डेस्कः भारतीय ग्राहक विदेशी उत्पादों की खरीदारी में सबसे आगे हैं। अवलाय द्वारा प्रकाशित एक सर्वे के अनुसार, भारत में 67% लोगों ने विदेशी सामान खरीदा है, जबकि अमेरिका में यह आंकड़ा 37% और ब्रिटेन में 27% है।
रिपोर्ट के अनुसार, 76% भारतीय उपभोक्ता मानते हैं कि विदेशी उत्पाद देसी उत्पादों की तुलना में बेहतर हैं। 61% से अधिक उपभोक्ता विदेशी उत्पादों की खरीदारी के लिए प्रमुख ऑनलाइन ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं। हालांकि, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सीधी खरीदारी के विकल्प उपलब्ध होने के बावजूद, केवल 4.8% उपभोक्ता ही सोशल मीडिया के माध्यम से खरीदारी करते हैं।
सर्वे में शामिल देशों में भारत तीसरे स्थान पर है, जो ई-कॉमर्स साइट्स पर निर्भर करता है। इस सर्वे में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों के करीब 8200 उत्तरदाताओं से प्राप्त डेटा का अध्ययन किया गया
Make in India से ई-कॉमर्स बाजार में आया बड़ा उछाल
पायनियर की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत सरकार के मेक इन इंडिया अभियान से भारतीय ई-कॉमर्स बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। इसने एक ही वर्ष में निर्धारित 40 हजार करोड़ डॉलर का लक्ष्य पार कर लिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि यह वृद्धि 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम और वैश्विक स्तर पर ग्राहकों की बढती हुई मांगों के कारण हुई है।
विदेशी फैशन प्रोडक्ट्स की मांग सबसे ज्यादा
भारत में खरीदे जाने वाले विदेशी उत्पादों में अंतरराष्ट्रीय फैशन प्रोडक्ट्स की मांग सबसे ज्यादा है। इनके बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों खासकर मोबाइल फोन, टैबलेट, लैपटॉप आदि की काफी मांग है। खास बात ये है कि 45% भारतीय खरीदारों को विदेशी उत्पादों पर लगने वाले कस्टम शुल्क की जानकारी नहीं होती है।
भारतीय उत्पाद बेचने में मार्केटिंग सबसे बड़ी कमजोरी
एक तिहाई भारतीय विक्रेताओं का मानना है कि भारत निर्मित उत्पाद बेचने में मार्केटिंग उनकी सबसे बड़ी कमजोरी है। 42% विक्रेताओं का मानना है कि वैश्विक स्तर पर 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम को बढ़ावा देने की जरूरत है। 94% सोचते हैं कि 'मेक का इन इंडिया' उत्पाद विश्व स्तर पर अच्छी प्रतिस्पर्धा रखते हैं। 70% का मानना है कि भारतीय निर्मित उत्पादों की अच्छी गुणवत्ता उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में मदद करती है।