Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Dec, 2024 06:17 PM
Adani Group के लिए अमेरिका से अच्छी खबर आई है। अमेरिका की रिसर्च फर्म बर्नस्टीन ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की मौजूदा वित्तीय स्थिति को पहले की (हिंडनबर्ग रिसर्च) तुलना में बेहतर बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक, समूह ने वित्तीय मोर्चे पर उल्लेखनीय...
बिजनेस डेस्कः Adani Group के लिए अमेरिका से अच्छी खबर आई है। अमेरिका की रिसर्च फर्म बर्नस्टीन ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप की मौजूदा वित्तीय स्थिति को पहले की (हिंडनबर्ग रिसर्च) तुलना में बेहतर बताया है। रिपोर्ट के मुताबिक, समूह ने वित्तीय मोर्चे पर उल्लेखनीय सुधार किए हैं। गिरवी रखे शेयरों में भारी कमी आई है, कर्ज का दबाव घटा है और नकद भंडार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ग्रुप की जोखिम प्रोफाइल अब पहले की तुलना में काफी बेहतर हो चुकी है।
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद हालात में सुधार
जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर वित्तीय अनियमितताओं और शेयरों में हेरफेर के आरोप लगाए थे, जिसके चलते समूह की कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई और मार्केट कैप आधा रह गया था। हालांकि समूह ने वित्तीय स्थिति में सुधार करते हुए इन आरोपों से उबरने में सफलता पाई है।
कर्ज का बोझ घटा और नकदी बढ़ी
बर्नस्टीन की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में अडानी ग्रुप के कुल कर्ज में बैंकों की हिस्सेदारी 86% थी, जो अब वित्त वर्ष 2023-24 में घटकर 15% रह गई है। इसके विपरीत बॉन्ड के माध्यम से जुटाई गई राशि 14% से बढ़कर 31% हो गई है।
इसके साथ ही समूह का नकद भंडार मार्च 2023 में 22,300 करोड़ रुपए था, जो सितंबर 2024 में बढ़कर 39,000 करोड़ रुपए हो गया।
गिरवी शेयरों में कमी
रिपोर्ट में बताया गया कि अडानी पावर में गिरवी शेयरों की हिस्सेदारी 25% से घटकर 1% रह गई है, जबकि अडानी पोर्ट्स में यह शून्य पर पहुंच चुकी है। अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस को छोड़कर, समूह की कंपनियों में प्रवर्तक हिस्सेदारी भी बढ़ी है।
बर्नस्टीन की राय
रिसर्च फर्म ने अडानी ग्रुप को बेहतर वित्तीय प्रबंधन और रणनीतिक सुधार के लिए सराहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अब ग्रुप कम कर्ज, बेहतर नकदी प्रबंधन और मजबूत वैल्यूएशन के साथ अपनी स्थिति मजबूत बनाए हुए है।