Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 May, 2024 01:39 PM
अडानी ग्रुप यूपीआई पेमेंट और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म सेक्टर में अपने पैर पसारने की योजना बना रहा है। बता दें कि गौतम अडानी ग्रुप पब्लिक डिजिटल पेमेंट नेटवर्क पर काम करने को लेकर लाइसेंस अप्लाई करने पर विचार कर रहा है। इतना ही नहीं अडानी ग्रुप...
नई दिल्लीः अडानी ग्रुप ने गूगल (Google), फोनपे (PhonePe) और रिलायंस इंडस्ट्रीज की धड़कनें तेज करने की तैयारी कर ली है। अडानी ग्रुप बहुत जल्द ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट सेक्टर में भी कूदने वाला है। उन्होंने यूपीआई लाइसेंस, क्रेडिट कार्ड और ओएनडीसी के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग सेक्टर में आने का प्लान बनाया है। यह सेवा अडानी वन एप के जरिए शुरू की जाएगी।
डिजिटल पेमेंट और ईकॉमर्स सेक्टर में संभावनाएं तलाश रहे
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अडानी ग्रुप डिजिटल पेमेंट और ई-कॉमर्स सेक्टर में गंभीरता से संभावनाएं तलाश रहा है। वह अपनी यूपीआई सर्विस शुरू करना चाहते हैं। साथ ही वह को ब्रांडेड क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने को लेकर भी कई बैंकों से चर्चा कर रहा है। कंपनी की नजर ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ONDC) पर भी है। वह ओएनडीसी के जरिए ऑनलाइन शॉपिंग सेक्टर में आना चाहते हैं। ओएनडीसी को भारत सरकार का समर्थन हासिल है। यह तेजी से आगे बढ़ रहा है।
अडानी वन एप के जरिए दी जाएगी सर्विसेज
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यदि अडानी ग्रुप को मंजूरी मिल जाती है तो कंपनी का कंज्यूमर एप अडानी वन के जरिए यूपीआई और ईकॉमर्स सेवाओं का लाभ लिया जा सकेगा। यह एप साल 2022 में लॉन्च किया गया था। यह फिलहाल होटल और फ्लाइट बुकिंग जैसी सेवाएं उपलब्ध कराता है। अडानी ग्रुप शुरुआत में अपनी मौजूदा कस्टमर्स को नई सेवाओं का लाभ देगा। इसके बाद अडानी ग्रुप द्वारा संचालित एयरपोर्ट, गैस और इलेक्ट्रिसिटी सेवाओं से जुड़े कस्टमर्स को भी जोड़ने की कोशिश की जाएगी. उन्हें पेमेंट पर लॉयल्टी प्वॉइंट्स दिए जा सकते हैं। इनका इस्तेमाल वह ऑनलाइन शॉपिंग और ड्यूटी फ्री खरीद के दौरान कर सकेंगे।
कस्टमर से सीधे जुड़े बिजनेस में आना चाहते हैं गौतम अडानी
इसके चलते गौतम अडानी के नेतृत्व वाला अडानी ग्रुप पहले से मौजूद कस्टमर बेस का और बेहतर इस्तेमाल कर सकेगा। सूत्रों ने बताया कि अडानी ग्रुप अपने नेतृत्व वाले मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी अपने एप पर लाने जा रहा है। अडानी ग्रुप पोर्ट, एयरपोर्ट और पावर प्लांट जैसे कारोबार के साथ ही अब ऐसे बिजनेस पर भी ध्यान देना चाहता है, जहां उसका सीधा जुड़ाव कस्टमर से हो।