Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Sep, 2024 04:25 PM
अडानी समूह ने सोमवार को कहा कि उसने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन एवं प्रदर्शनी (री-इन्वेस्ट) 2024 के दौरान सौर, पवन और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 4,05,800 करोड़ रुपये निवेश करने का संकल्प लिया है।
गांधीनगरः अडानी समूह ने सोमवार को कहा कि उसने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन एवं प्रदर्शनी (री-इन्वेस्ट) 2024 के दौरान सौर, पवन और ग्रीन हाइड्रोजन जैसी नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं में 4,05,800 करोड़ रुपए निवेश करने का संकल्प लिया है।
'री-इन्वेस्ट 2024' में नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को सौंपे गए शपथ पत्रों के अनुसार समूह की कंपनियों - अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) और अडानी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) ने 2030 तक नवीकरणीय परियोजनाओं में निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है।
भारत की सबसे बड़ी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी ने 2030 तक 50 गीगावाट आरई क्षमता (वर्तमान में 11.2 गीगावाट परिचालन क्षमता) की प्रतिबद्धता जताई है। अडानी न्यू इंडस्ट्रीज 10 गीगावाट का सौर विनिर्माण संयंत्र, पांच गीगावाट का पवन विनिर्माण, 10 गीगावाट का ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और पांच गीगावाट का इलेक्ट्रोलाइजर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करेगी। इन निवेश से 71,100 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।
भारत में हरित परियोजनाओं के लिए 32.45 लाख करोड़ रुपए का वित्तपोषण: प्रहलाद जोशी
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रहलाद जोशी ने निवेशकों को भारत में हरित परियोजनाओं में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने बताया कि बैंकों और वित्तीय संस्थानों ने हरित परियोजनाओं के लिए 32.45 लाख करोड़ रुपए का वित्तपोषण देने की प्रतिबद्धता जताई है। चौथे 'री-इन्वेस्ट 2024' कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में जोशी ने कहा कि भारत 2030 तक 500 गीगावाट के लक्ष्य को हासिल करने के लिए तैयार है, जिसमें डेवलपर्स ने 570 गीगावाट की अतिरिक्त क्षमता जोड़ने और निर्माताओं ने सौर और पवन ऊर्जा में बड़े निवेश की प्रतिबद्धता जताई है।