Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Aug, 2024 06:12 PM
जाने माने उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) की अगुवाई वाले समूह ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कर-पूर्व लाभ में 33 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। इसका कारण मुख्य बुनियादी ढांचा कारोबार के साथ-साथ सौर और पवन विनिर्माण से लेकर हवाईअड्डों...
बिजनेस डेस्कः गौतम अडानी (Gautam Adani) के नेतृत्व वाला अडानी ग्रुप (Adani Group) रिलायंस पावर (Reliance Power) का एक प्लांट खरीदने की तैयारी कर रहा है। इस डील पर अडानी ग्रुप 2,400 से 3000 करोड़ रुपए खर्च कर सकता है। इस बंद हो चुके प्लांट को खरीदने के लिए अडानी पावर फिलहाल सीएफएम एसेट रीकंस्ट्रक्शन कंपनी से वार्ता कर रही है।
600 मेगावाट का है बुटीबोरी थर्मल पावर प्रोजेक्ट
एक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी पावर नागपुर स्थित 600 मेगावाट के बुटीबोरी थर्मल पावर प्रोजेक्ट को खरीदना चाहती है। इसका कंट्रोल पहले अनिल अंबानी (Anil Ambani) की रिलायंस पावर के पास था। अडानी ग्रुप इस प्लांट के लिए प्रति मेगावाट 4 से 5 करोड़ रुपए देने को तैयार है। इस प्रोजेक्ट में दो पावर प्लांट यूनिट हैं। पहले इनकी वैल्यूएशन 6000 करोड़ रुपए थी। मगर, प्रोडक्शन बंद हो जाने के बाद वैल्यूएशन आधी रह गई है। यह प्लांट अडानी ग्रुप की रणनीति में फिट बैठता है।
सज्जन जिंदल की जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने भी दिखाई थी रुचि
बुटीबोरी थर्मल पावर प्रोजेक्ट का संचालन रिलायंस पावर की सहयोगी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर (Vidarbha Industries Power) करती है। रिलायंस पावर के आर्थिक संकट में फंसने के बाद यह प्रोजेक्ट भी बंद हो गया था। इसे खरीदने के लिए पहले सज्जन जिंदल (Sajjan Jindal) की कंपनी जेएसडब्ल्यू एनर्जी (JSW Energy) ने भी रुचि दिखाई थी। मगर, ज्यादा वैल्यूएशन और संचालन समस्याओं को देखते हुए उन्होंने हाथ पीछे खींच लिए थे।
कर्जदारों ने कंपनी के खिलाफ दिवालिया याचिका दाखिल की
पहले मुंबई में बिजली सप्लाई के लिए रिलायंस पावर इसी बुटीबोरी प्लांट के इस्तेमाल करती थी। मगर, बाद में अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने उनसे मुंबई का डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस छीन लिया था। दिसंबर, 2019 में विदर्भ इंडस्ट्रीज और अडानी के बीच का पावर परचेज एग्रीमेंट भी खत्म हो गया था। इसके बाद बुटीबोरी प्रोजेक्ट आर्थिक संकट में फंस गया। कर्जदारों ने कंपनी के खिलाफ दिवालिया याचिका दाखिल की हुई है। मगर, फिलहाल दिवालिया प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। अडानी ग्रुप इसे खरीदकर अपने नागपुर के नजदीक स्थित तिरोदा पावर प्लांट को इससे जोड़ देगा।