Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Apr, 2022 02:15 PM
अडानी पावर अडानी ग्रुप की छठी ऐसी कंपनी बन गई है जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है। इस खबर के बीच आज यानी सोमवार के कारोबार में यह स्टॉक 270.80 रुपए पर ऑल टाइम हाई लगाता नजर आया है। पिछले एक महीने में
बिजनेस डेस्कः अडानी पावर अडानी ग्रुप की छठी ऐसी कंपनी बन गई है जिसका मार्केट कैप 1 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है। इस खबर के बीच आज यानी सोमवार के कारोबार में यह स्टॉक 270.80 रुपए पर ऑल टाइम हाई लगाता नजर आया है। पिछले एक महीने में Adani Power के शेयर 109% से ज्यादा चढ़ चुके हैं। 25 अप्रैल, सोमवार को यह शेयर शुक्रवार के बंद भाव से 5% ऊपर है। इस साल अब तक यह शेयर 165 फीसदी से ज्यादा भागा है जबकि इस महीने इस शेयर में 46 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।
बता दें कि इसके पहले अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy), अडानी ट्रांसमिशन (Adani Transmission), अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas), अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशन इकनॉमिक जोन (Adani Ports & Special Economic Zone) अडानी ग्रुप की ऐसी कंपनियां रही हैं जिन्होंने 1 लाख करोड़ रुपए के मार्केट कैप का मालइस्टोन हासिल किया है। इस पावर स्टॉक में इस साल के शुरुआत से तेजी देखने को मिल रही है।
बाजार जानकारों का अनुमान है कि पावर कंपनियां वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन करेंगी। इस उम्मीद के दम पर ही पूरे पावर पैक में तेजी देखने को मिल रही है। इसके अलावा बाजार जानकारों का यह भी मानना है कि पावर वितरण कंपनियों की तरफ से बकाये के भुगतान के चलते पावर प्रोड्यूसर कंपनियों के कैश फ्लो में मजबूती की संभावनाएं हैं।
गौरतलब है कि मध्य मार्च से ही पूरे देश में तापमान बढ़ने के कारण बिजली की मांग में एकाएक बढ़ोतरी हुई है। जिसके कारण मांग और आपूर्ति का अंतर बढ़ता नजर आया है। Adani Power ने हाल ही में राजस्थान के सरकारी विद्युत वितरण कंपनी से ब्याज सहित 3000 करोड़ रुपए की बकाया राशि प्राप्त की है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी में ही राजस्थान की विद्युत वितरण कंपनी को बकाया लौटाने के निर्देश दिए थे और तभी से इस स्टॉक में तेजी आनी शुरु हो गई थी लेकिन बकाया वापस मिलने के बाद इस शेयर में और तेजी आई।
बाजार जानकारों का यह भी कहना है कि पावर सेक्टर में तमाम और सुधार किए गए हैं जिसके कारण भी पावर पैक में तेजी देखने को मिल रही है। देश में शहरी जनसंख्या में बढ़ोतरी हो रही है। हाल के कुछ महीनों में आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आई है। इसके अलावा साफ-सुथरी और विश्वसनीय पावर सप्लाई की बढ़ती मांग पावर सेक्टर के लिए बड़े मौके उत्पन्न कर रही है। जिसका असर पावर शेयरों पर देखने को मिल रहा है।