Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Oct, 2024 11:00 AM
एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Afcons Infrastructure Limited) जो ट्रांसपोर्ट, कंस्ट्रक्शन और ऑयल एंड गैस सेक्टर में कार्यरत है, का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) आज से खुल गया है। निवेशक इस इश्यू के लिए 29 अक्टूबर तक अपनी बोली लगा सकते हैं। कंपनी के...
बिजनेस डेस्कः एफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (Afcons Infrastructure Limited) जो ट्रांसपोर्ट, कंस्ट्रक्शन और ऑयल एंड गैस सेक्टर में कार्यरत है, का इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) आज से खुल गया है। निवेशक इस इश्यू के लिए 29 अक्टूबर तक अपनी बोली लगा सकते हैं। कंपनी के शेयर 4 नवंबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट किए जाएंगे।
इस इश्यू के माध्यम से कंपनी 5,430 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बना रही है, जिसमें 1,250 करोड़ रुपए के 2,69,97,840 नए शेयर शामिल हैं। साथ ही मौजूदा निवेशक 4,180 करोड़ रुपए के 9,02,80,778 शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए करेंगे।
मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं?
मिनिमम निवेश
1 लॉट (32 शेयर्स) के लिए, यदि आप 463 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से निवेश करते हैं, तो आपको कुल 14,816 रुपए लगाने होंगे।
मैक्सिमम निवेश
13 लॉट (416 शेयर्स) के लिए, इस प्राइस बैंड के अनुसार, आपको कुल 1,92,608 रुपए का निवेश करना होगा।
इस तरह, रिटेल निवेशक 14,816 रुपए से लेकर 1,92,608 रुपए तक का निवेश कर सकते हैं।
इश्यू का 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व
कंपनी ने इश्यू का 50% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा करीब 35% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है।
कॉर्पोरेट पर्पज के लिए 600 करोड़ रुपए खर्च करेगी एफकॉन
फ्रेश इश्यू से मिले फंड में से 80 करोड़ रुपए तक का उपयोग कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट्स खरीदने, वर्किंग कैपिटल रिक्वायरमेंट की फंडिंग के लिए 320 करोड़ रुपए और कंपनी द्वारा लिए गए कुछ बकाया उधारों के एक हिस्से के प्रीपेमेंट या शेड्यूल्ड रीपेमेंट और सामान्य कॉर्पोरेट पर्पज के लिए 600 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
एफकॉन पांच मेजर इंफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस ऑपरेट करती है
- मरीन एंड इंडस्ट्रियल- इसमें पोर्ट्स, हार्बर्स, ड्राइ डॉक्स, LNG टैंक और मटेरियल हैंडलिंग सिस्टम जैसी प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
- सरफेस ट्रांसपोर्ट- इसमें हाईवे, इंटरचेंज, माइनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर और रेलवे शामिल हैं।
- शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर- इसमें मेट्रो वर्क्स, ब्रिज, फ्लाईओवर और एलिवेटेड कॉरिडोर शामिल हैं।
- हाइड्रो और अंडरग्राउंड प्रोजेक्ट्स- इसमें डैम, टनल, और वाटर रिलेटेड प्रोजेक्ट्स।
- ऑयल एंड गैस- इसमें ऑयल एंड गैस सेक्टर में ऑफशोर और ऑनशोर प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।
FY 2023 में AIL का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 13,267.50 करोड़ रुपए
वित्त वर्ष 2023 में AIL का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 12,637.38 करोड़ रुपए से बढ़कर 2024 में 13,267.50 करोड़ रुपए रहा। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 449.74 करोड़ रुपए रहा, जो वित्त वर्ष 2023 में 410.86 करोड़ रुपए था।
फिच रिपोर्ट के मुताबिक, देश के बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में एफकॉन रिटर्न ऑन कैपिटल एंप्लॉयड (ROCE) यानी लागत के मुकाबले रिटर्न और EBITDA मार्जिन के मामले में टॉप पर है। वित्त वर्ष 2024 के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी रिटर्न ऑन इक्विटी (ROE) और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT) के मामले में टॉप पर है।
30 जून 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू 3,154.36 करोड़ रुपए और प्रॉफिट आफ्टर टैक्स 91.59 करोड़ रुपए रहा। 30 जून 2024 तक के आंकड़ों के मुताबिक, एफकॉन इंफ्रास्ट्रक्चर की ऑर्डर बुक 31,747.43 करोड़ रुपए की है।