Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Jul, 2024 02:52 PM
देश के सात प्रमुख शहरों में अप्रैल-जून में 50 लाख रुपए से कम कीमत वाले किफायती आवास की आपूर्ति में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया के अनुसार बिल्डरों के अधिक प्रीमियम फ्लैट पेश करने की वजह से किफायती अपार्टमेंट की...
नई दिल्लीः देश के सात प्रमुख शहरों में अप्रैल-जून में 50 लाख रुपए से कम कीमत वाले किफायती आवास की आपूर्ति में 21 प्रतिशत की गिरावट आई है। रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया के अनुसार बिल्डरों के अधिक प्रीमियम फ्लैट पेश करने की वजह से किफायती अपार्टमेंट की आपूर्ति में गिरावट आई है।
जेएलएल इंडिया द्वारा शुक्रवार को जारी प्रमुख सात शहरों के आवासीय बाजार के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-जून 2024 में अपार्टमेंट की नई आपूर्ति पांच प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,59,455 इकाई रही जो एक साल पहले समान अवधि में 151,207 इकाई थी। आंकड़ों में केवल अपार्टमेंट शामिल हैं। रोहाउस, विला और प्लॉटेड डेवलपमेंट को विश्लेषण से बाहर रखा गया है। अप्रैल-जून तिमाही में कुल नई आपूर्ति में से किफायती फ्लैट की पेशकश 13,277 इकाई रही, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की 16,728 इकाई से 21 प्रतिशत कम है।
समीक्षाधीन अवधि में एक से तीन करोड़ रुपए मूल्य वर्ग में नई आपूर्ति तीन प्रतिशत बढ़कर 69,312 इकाई हो गई। यह पिछले साल समान अवधि में 67,119 इकाई थी। जेएलएल के भारत में आवासीय सेवाओं के प्रमुख वरिष्ठ प्रबंध निदेशक (चेन्नई और कोयंबटूर) शिव कृष्णन ने कहा, ‘‘यह लक्ष्यित ग्राहकों के बीच उच्च मूल्य वाले मकानों की मांग में वृद्धि के प्रति डेवलपर के रुझान को दर्शाता है।'' ये सात शहर दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे हैं।