Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Dec, 2024 12:37 PM
चांदी और उससे जुड़ी ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए बड़ी खबर आई है। सरकार जल्द नए नियम लाने जा रही है। ग्राहकों की हितों की रक्षा के लिए सोने के बाद अब चांदी के सिक्के और ज्वैलरी पर हॉलमार्किंग का नियम जल्द शुरू हो सकता है। सरकार की तरफ से इस पर...
बिजनेस डेस्कः चांदी और उससे जुड़ी ज्वेलरी खरीदने वालों के लिए बड़ी खबर आई है। सरकार जल्द नए नियम लाने जा रही है। ग्राहकों की हितों की रक्षा के लिए सोने के बाद अब चांदी के सिक्के और ज्वैलरी पर हॉलमार्किंग का नियम जल्द शुरू हो सकता है। सरकार की तरफ से इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। सोने के लिए हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन (HUID) सिस्टम लागू किए जाने के बाद भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) अब चांदी से बनी चीजों पर हॉलमार्किंग लागू करने का प्लान कर रहा है।
चांदी पर HUID मार्क को लेकर चुनौतियां
चांदी पर हॉलमार्किंग लागू करने में सबसे बड़ी चुनौती यह है कि चांदी से बनी चीजों पर HUID (हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन) मार्क लंबे समय तक टिक नहीं पाता। विशेषज्ञों का कहना है कि चांदी पर्यावरणीय कारकों के प्रति अधिक संवेदनशील होती है, जिसके कारण इस पर अंकित HUID मार्क समय के साथ खराब या मिट सकता है।
चांदी पर HUID को टिकाने की तैयारी
इस समस्या के समाधान के लिए शोध जारी है, ताकि चांदी को वायुमंडलीय प्रतिक्रियाओं से बचाया जा सके। भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) हॉलमार्किंग को चांदी की वस्तुओं पर लागू करने के लिए तकनीकी समाधान की तलाश में है। अभी यह प्रक्रिया सोने की ज्वेलरी पर लागू है। तकनीकी समस्याओं का हल निकलने के बाद चांदी पर हॉलमार्किंग को लागू करना संभव हो सकता है।
HUID मार्क का महत्व
HUID, BIS द्वारा सत्यापित छह अंकों का कोड होता है, जो हर ज्वेलरी के लिए अद्वितीय है। यह प्रमाणित करता है कि ज्वेलरी की गुणवत्ता और शुद्धता मानकों के अनुरूप है। इस कोड से उपभोक्ताओं को यह सुनिश्चित होता है कि उन्हें उनकी ज्वेलरी की सही कीमत मिलेगी।
हॉलमार्किंग के फायदे
- हॉलमार्किंग से ग्राहकों को शुद्ध और प्रमाणित ज्वेलरी मिलती है।
- HUID कोड के जरिए ज्वेलरी की प्यूरिटी को लेकर कोई भी संदेह दूर किया जा सकता है।
- ज्वेलरी को दोबारा बनवाने या बेचने में आसानी होती है।
- कानूनी मामलों में HUID कोड उपभोक्ताओं को सुरक्षा प्रदान करता है।