Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Oct, 2024 04:18 PM
अक्टूबर में हुंडई के आईपीओ के बाद अब निवेशकों की निगाहें स्विगी (swiggy) के आईपीओ पर टिकी हैं। 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के इश्यू साइज वाला यह आईपीओ अगले महीने 6 नवंबर को खुलेगा और निवेशक 8 नवंबर तक इसके लिए बोली लगा सकेंगे। हालांकि निवेशकों के...
बिजनेस डेस्कः अक्टूबर में हुंडई के आईपीओ के बाद अब निवेशकों की निगाहें स्विगी (swiggy) के आईपीओ पर टिकी हैं। 11 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के इश्यू साइज वाला यह आईपीओ अगले महीने 6 नवंबर को खुलेगा और निवेशक 8 नवंबर तक इसके लिए बोली लगा सकेंगे। हालांकि निवेशकों के लिए ग्रे मार्केट से अच्छी खबर नहीं आ रही है।
स्विगी के आईपीओ में 6 नवंबर से 8 नवंबर तक निवेश कर सकेंगे। 11 नवंबर को अलॉटमेंट होगा। इसकी लिस्टिंग 13 नवंबर को होने की उम्मीद है। इसका प्राइस बैंड 371 से 390 रुपए के बीच है। एक लॉट में 38 शेयर हैं। इसके लिए 14820 रुपये निवेश करने होंगे। रिटेल निवेशक अधिकतम 13 लॉट खरीद सकेगा।
कंपनी का इश्यू साइज 11327.43 करोड़ रुपए है। कंपनी 4499 करोड़ रुपए के 11.54 करोड़ फ्रेश शेयर जारी करेगी। वहीं ओएफएस (ऑफर फॉर सेल) के तहत 6828.43 करोड़ रुपए के 17.51 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे।
कंपनी क्या करेगी इस रकम का?
आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल कंपनी अपनी मैटेरियल सब्सिडियरी स्कूटसी में निवेश करेगी। साथ ही इस रकम का इस्तेमाल टेक्नॉलजी और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में भी किया जाएगा। इसके अतिरिक्त कंपनी ब्रांड मार्केटिंग और दूसरे कामों में भी आईपीओ से मिली रकम का इस्तेमाल करेगी।
क्या है ग्रे मार्केट में स्थिति?
ग्रे मार्केट में स्विगी के आईपीओ का भाव 25 रुपए के जीएमपी (ग्रे मार्केट प्रीमियम) पर खुला था। यह इसके इश्यू प्राइस से 6.41 फीसदी ज्यादा था। ऐसे में इसके 415 रुप पर लिस्ट होने की उम्मीद थी। एक दिन बाद यानी बुधवार को इसमें गिरावट आ गई। इसका जीएमपी गिरकर 18 रुपए रह गया। ऐसे में इसकी अनुमानित लिस्टिंग प्राइस 408 रुपए (4.62 फीसदी) पर आ गई है।
क्या हुंडई जैसा होगा हाल?
पिछले महीने आए हुंडई के आईपीओ का इश्यू साइज 27 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा था। इसकी ग्रे मार्केट में स्थिति अच्छी नहीं थी। इसकी लिस्टिंग भी अच्छी नहीं हुई थी। ऐसे में निवेशकों को डर है कि इसका हाल भी हुंडई जैसा न हो जाए।
हालांकि जानकारों के मुताबिक ऐसा कहना जल्दबाजी होगा। अभी यह आईपीओ खुला नहीं है। ऐसे में यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि इसकी लिस्टिंग ग्रे मार्केट की उम्मीदों के मुताबिक होगी। जरूरी नहीं कि ग्रे मार्केट में जो कीमत है, उस आईपीओ की लिस्टिंग उनकी ही प्रीमियम पर हो।