Edited By jyoti choudhary,Updated: 25 Apr, 2025 11:55 AM
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के तीन दिन बाद भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। गुरुवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखी गई, जहां देश के विभिन्न शहरों की ओर लौटने वाले टूरिस्टों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई।...
बिजनेस डेस्कः जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के तीन दिन बाद भी हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। गुरुवार को श्रीनगर एयरपोर्ट पर भारी भीड़ देखी गई, जहां देश के विभिन्न शहरों की ओर लौटने वाले टूरिस्टों की संख्या में बड़ी बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं कश्मीर आने वाले यात्रियों की संख्या में भारी गिरावट आई है।
100% पैसेंजर लोड, फ्लाइटें फुल
गुरुवार को श्रीनगर एयरपोर्ट से सुबह 6:28 बजे से रात 7:59 बजे तक 110 फ्लाइटों का संचालन हुआ, जिनमें से 10,000 से अधिक यात्रियों ने कश्मीर छोड़ा, जबकि सिर्फ 4,000 के आसपास यात्री पहुंचे। श्रीनगर से टेक-ऑफ करने वाली अधिकतर फ्लाइटें पूरी तरह भरी हुई थीं, वहीं यहां लैंड करने वाली कई फ्लाइटें लगभग खाली थीं, कुछ में तो केवल 2-4 यात्री ही थे।
बुकिंग में भारी गिरावट, कैंसिलेशन का आंकड़ा 95% पार
ट्रैवल एजेंसियों के मुताबिक, श्रीनगर के लिए बुकिंग में 95% तक की गिरावट देखी जा रही है। टूरिस्ट अपनी फ्लाइट, होटल और टैक्सी बुकिंग को कैंसल या री-शेड्यूल कर रहे हैं। बचे हुए यात्रियों में ज्यादातर जम्मू-कश्मीर के स्थानीय निवासी हैं, जो काम या पारिवारिक कारणों से बाहर गए थे और अब लौट रहे हैं।
सरकार की निगरानी में फ्लाइट किराया, नहीं बढ़े रेट
हालांकि एविएशन मंत्रालय और डीजीसीए ने किरायों पर कड़ी नजर रखी है। नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू के निर्देश पर एयरलाइंस ने आपदा के बीच किरायों को बढ़ाने से परहेज किया है। गुरुवार को श्रीनगर के लिए इंडिगो, एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस और स्पाइसजेट ने उड़ानें संचालित कीं। साथ ही, 7 स्पेशल फ्लाइट्स भी चलाई गईं।