Edited By jyoti choudhary,Updated: 21 Jan, 2025 05:18 PM
फूड डिलीवरी एग्रीगेटर और क्विक कॉमर्स ऑपरेटर स्विगी के शेयरों में इसकी कॉम्पटीटर जोमैटो (Zomato) के कमजोर नतीजों का ऐसा दबाव दिखा कि यह करीब 11 फीसदी टूट गया। पिछले साल 2024 में लिस्टिंग के बाद से इसके शेयरों के लिए यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।...
बिजनेस डेस्कः फूड डिलीवरी एग्रीगेटर और क्विक कॉमर्स ऑपरेटर स्विगी के शेयरों में इसकी कॉम्पटीटर जोमैटो (Zomato) के कमजोर नतीजों का ऐसा दबाव दिखा कि यह करीब 11 फीसदी टूट गया। पिछले साल 2024 में लिस्टिंग के बाद से इसके शेयरों के लिए यह एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। आज BSE पर यह 8.08 फीसदी की गिरावट के साथ 440.30 रुपए पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 10.81 फीसदी की गिरावट के साथ 427.20 रुपए के भाव तक आ गया था। इसके शेयर 13 नवंबर 2024 को लिस्ट हुए थे।
जोमैटो के मैनेजमेंट ने क्विक कॉमर्स बिजनेस ब्लिंकिट को लेकर कहा कि नियर टर्म में इसके मुनाफे में आने के चांसेज नहीं है क्योंकि स्टोर्स बढ़ाने के लिए यह तेजी से इसमें पैसे डाल रही है यानी खर्च कर रही है। स्विगी भी इंस्टामार्ट फैसिलिटी के जरिए क्विक कॉमर्स सेगमेंट में हैं। जोमैटो के मैनेजमेंट ने बढ़ते कॉम्पटीशन के चलते फिलहाल मार्जिन में विस्तार में विराम का संकेत दिया है। स्विगी ने अभी दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी नहीं किए हैं।
IPO निवेशक अब कितने मुनाफे में?
स्विगी के शेयर 390 रुपए के भाव पर जारी हुए थे। 13 नवंबर को लिस्टिंग के दिन यह लिस्टिंग के बाद के सबसे निचले स्तर 390.70 रुपए पर थे। इस लेवल से करीब डेढ़ महीने में यह 57.92 फीसदी उछलकर 23 दिसंबर को 2024 को 617 रुपए के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद शेयरों की तेजी पर ब्रेक लगा और फिलहाल इस हाई से यह 28 फीसदी से अधिक डाउनसाइड है। हालांकि आईपीओ निवेशक अभी भी करीब 13 फीसदी मुनाफे में हैं।